हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश (Himachal Pradesh Rain) के कहर ने कम से कम 66 लोगों की जान ले ली है। बचाव अभियान के लिए सेना को तैनात किया गया है। शिमला और जोशीमठ में भूस्खलन की चपेट में आकर कई घर गिर गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ के कहर से कम से कम 52 लोगों की मौत हो गई। भूस्खलन से प्रमुख सड़कें अवरुद्ध हो गईं, घर क्षतिग्रस्त हो गए और यहां एक मंदिर के मलबे में श्रद्धालु दब गए।
हिमाचल में पिछले 48 घंटों में भारी बारिश के कारण हुई घटनाओं के कारण 21 लोगों की मौत हो गई है। कई घर भारी वर्षा की वजह से बह गए हैं। शिमला में एक मंदिर भी बारिश की वजह ढह गया है।
भारी बारिश के बीच हिमाचल प्रदेश के सोलन के जादोन गांव में बादल फटने से पांच लोगों की मौत की खबर है। हादसे में तीन लोग लापता हैं।
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने (Himachal cloudburst) और भूस्खलन से 21 लोगों की मौत हो गई है। अत्यधिक तेज बारिश के चलते फिर से नदियां उफना गईं हैं। दूसरी ओर पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में भी बारिश के चलते भूस्खलन हुआ है।
आजकल में बिहार के अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश, असम के कुछ हिस्सों और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है। उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
आजकल में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है।
नॉर्थ इंडिया में भारी बारिश ने कहर बरपा दिया है। अगर सिर्फ हिमाचल प्रदेश की बात करें, तो लगातार भारी बारिश और लैंडस्लाइड्स के कारण प्रदेश में 91 लोगों की मौत हो गई है। IMD ने 14 जुलाई से इस क्षेत्र में फिर भारी बारिश की भविष्यवाणी की है।
मौसम का कहर जारी है। भारी बारिश से देश की कई हिस्सों में हालात बेकाबू हो गए हैं। होम मिनिस्टर अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश और पंजाब के सीएम से बात कर हालात का जायजा लिया।
दक्षिण-पश्चिम मानसून (Southwest monsoon) दिल्ली और मुंबई से आगे बढ़ गया है। मौसम विज्ञान विभाग ने दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्ताखंड समेत कई राज्यों के लिए अलर्ट जारी किया है।