मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का आरिफ नगर इलाका सहित पुराने भोपाल के कई जगहों पर आपको 35-45 साल के ऐसे हजारों लोग मिल जाएंगे, जिन्हें सांस संबंधी परेशान, अपंगता या कोई अन्य बीमारी है। ये बीमारी आज की नहीं बल्कि 1984 का ही वो जख्म है, जो आज भी ताजा है।