कहते हैं कि हर कामयाबी के पीछे बड़ा संघर्ष छुपा होता है। कोई भी मुकाम सरलता से नहीं मिलता। अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बने जो बाइडेन भी इसी का उदाहरण हैं। दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र अमेरिका के सबसे उम्रदराज प्रेसिडेंट बाइडेन संघर्ष की जीती-जागती मिसाल हैं। बचपन से उन्हें जिंदगी में कई कड़ी परीक्षा देनी पड़ीं। एक बीमारी के चलते वे ठीक से बोल नहीं पाते थे। अस्थमा उन्हें परेशान करता था। सबकुछ जैसे-तैसे चल रहा था कि एक हादसे में पत्नी और बेटे को गंवा दिया। लेकिन कहते हैं कि जो टूटता नहीं है, वो ही इतिहास रचता है। बाइडेन ने यह कर दिखाया। पढ़िए बाइडेन की प्रेरक कहानी और देखिए कुछ पुराने फोटोज....