क्या आप भी अपने लुक्स को लेकर बहुत ज्यादा कॉन्शियस रहते हैं? तो हो सकता है कि आप भी इस समस्या से ग्रसित हो? चलिए आज हम आपको बताते हैं बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर के बारे में
हेल्थ डेस्क: आज के समय में हर कोई खूबसूरत दिखना चाहता है। इसके लिए लोग ना जाने क्या कुछ नहीं करते है। हजारों रुपए की ब्यूटी ट्रीटमेंट्स लेते हैं। खुद को सुंदर दिखाने के लिए लाखों रुपए की सर्जरी करवाते हैं। लेकिन उन्हें मनचाहा फल नहीं मिल पाता। जिसके चलते उनके मन में कई तरह के गलत विचार पैदा होने लगते हैं और छोटी सी समस्या को वो इतना बड़ा समझने लगते हैं कि यह बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर (body dysmorphic disorder) में तब्दील हो जाता है। इस कंडीशन में व्यक्ति सिर्फ उसी चीज के बारे में सोचता है और उसे इतना बड़ा मानने लगता है कि उसके ठीक हुए बिना वह अपनी जिंदगी आगे जी ही नहीं सकता। हालांकि, वह परेशानी या तो काल्पनिक होती है या इतनी छोटी होती है कि उसके बारे में इतना सोचना जरूरी भी नहीं होता है।
क्या होता है body dysmorphic disorder
बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर एक मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है। इस स्थिति से परेशान इंसान अपने शरीर में एक कल्पना या बहुत मामूली दोष के बारे में सोच-सोचकर इसे इतना बड़ा बना लेते है कि ये बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर बन जाता है। इतना ही नहीं ऐसे इंसान शारीरिक दोष को लेकर बहुत चिंतित हो जाते है और तनाव, अवसाद और अन्य समस्याओं से ग्रसित हो जाते है।
इस कारण हो सकता है body dysmorphic disorder
बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर से पीड़ित लोग अपने शरीर के इन अंगों को लेकर चिंतित होते है-
- झुर्री, चेहरे पर निशान, मुंहासे आदि
- बाल झड़ना या गंजापन
- चेहरे की बनावट नाक, होठ आदी
- पेट या छाती
- लिंग का आकार
- मसल्स
- ब्रेस्ट साइज
- हाइट आदि
बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर के लक्षण
अमेरिका में हुई एक रिसर्च के अनुसार 50 में से 1 इंसान को बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर की समस्या होती है। 15-30 साल की उम्र में लोग इसका शिकार ज्यादा होते है और खासकर महिलाएं इससे सबसे ज्यादा प्रभावित होती हैं। बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर के सामान्य लक्षण इस प्रकार है-
- अपने शरीर के किसी एक दोष को लेकर एक धारणा बना लेना और उसी के बारे में लगातार सोचते रहना।
- विश्वास की कमी होना और यह लगना कि आपके उस दोष के कारण आपकी पूरी जिंदगी ही खत्म होने की कगार पर आ गई है।
- बहुत ज्यादा नेगेटिव बातें सोचना और यह विचार करना कि लोग इसके बारे में क्या सोचेंगे.
- बार-बार अपने लुक्स के बारे में पूछते रहना। दूसरों को देखकर हीन भावना रखना।
- इतना ही नहीं बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर में लोग सामाजिक दूरी भी बना लेते हैं और एक दूसरे से कटने लगते हैं।
बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर से बचाव
इस समस्या से पीड़ित होने वाले लोगों को दवाई और थेरेपी दोनों के आवश्यकता हो सकती है। हालांकि, अगर इसके शुरुआती इसके लक्षण है तो आप साइकोलॉजिकल सीटिंग्स लेकर भी इसे कम कर सकते हैं। इसके अलावा बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर को दूर करने के लिए हमेशा नेगेटिव बातों से दूर रहें और खुद से प्यार करें। यह एक्सेप्ट करने की कोशिश करें कि भगवान ने आपको जैसा बनाया बेहद खूबसूरत है। आपके अंदर जो अच्छाइयां हैं उन्हें खोजें और जो चीजें आपको पसंद है वह करें। दोस्तों के साथ समय पर बिताएं और जरूरत होने पर मनोवैज्ञानिक की सलाह भी लें।
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