हाइपोथायरायडिज्म तब होता है जब थायरॉयड ग्रंथि थायराइड हार्मोन का प्रोडक्शन कम कर देती हैं। यहां बताएंगे महिलाओं में हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण और इलाज।
हेल्थ डेस्क.पिछले कुछ सालों में हाइपोथायरायडिज्म के केसेज ज्यादा बढ़े हैं। कुल जनसंख्या के 12 प्रतिशत लोग खासकर महिलाएं इससे प्रभावित हैं। हाइपोथायरायडिज्म या थायराइड का लो लेबल आपके मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देता है।इसके साथ ही शरीर के कई पार्ट का ग्रोथ यानी विकास को रोक देता है या रिपेयर करने की क्षमता को प्रभावित करता है।
थाइराइड क्या है
थायराइड गर्दन के पास तितली के आकार की एक ग्रंथि (ग्लैंड) होती है। यह ग्रंथि दिल, दिमाग और शरीर के दूसरे अंगों को सही तरीके से चलाने वाले हॉर्मोन पैदा करती है। यह शरीर को ऊर्जा का उपयोग करने में सक्षम बनाती है और उसे गर्म रखती है।यह मेटाबॉलिज्म को ठीक रखने में अहम भूमिका निभाती है। थायराइड का असामान्य प्रोडक्शन से मां बनने में दिक्कत होती है, वजन बढ़ जाता है या कम भी हो जाता है। इसके अलावा यह कैंसर का भी कारण हो सकता है।
महिलाओं को ज्यादा होती है परेशानी
महिलाओं के मां नहीं बनने या फिर गर्भपात के सामान्य कारणों में से एक है। रिसर्च के अनुसार थायराइड की गड़बड़ी के कारण 5 से 10 प्रतिशत महिलाओं में मां बनने में समस्या होती है । 30 साल तक उम्र की महिलाओं में इसका औसत कम है। लेकिन इससे अधिक उम्र में करीब 10 प्रतिशत महिलाएं प्रभावित होती है।शहरी क्षेत्रों में यह समस्या अधिक हैं । थायराइड ग्रंथि से हॉर्मोंस का आसामान्य रिसाव ओवरी से एग्स के निकलने में बाधा बनती है और प्रजजन क्षमता को प्रभावित करती है।
हाइपरथायराइडिज्म
थायराइड हार्मोंस की बहुत अधिक मात्रा हाइपरथायराइडिज्म के नाम से जानी जाती है। ऑटोइम्यून बीमारियां, गलत दवा का सेवन, लीथियम का उपयोग, परिवार में किसी को थायराइड असंतुलन की समस्या रही हो तो भी यह परेशानी हो सकती है। इससे महिला की सेक्स के प्रति अरुची, पीरियड्स अनियमित होना, प्रेग्नेंसी में दिक्कत, डिप्रेशन, मांसपेशियों में दर्द व खिंचाव, दिल की धड़कन सामान्य से ज्यादा होना, कब्ज, चिड़चिड़ापन, कंठ के नीचे स्थित थायराइड में सूजन जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
महिलाओ में हाइपोथायराइडिज्म के लक्षण
असामान्य रूप से वजन बढ़ना
पीरियड्स में दिक्कत
याददाश्त कमजोर होना
थकान व मांसपेशियों में कमजोरी
डिप्रेशन
बाल झड़ना
त्वचा का रुखा हो जाना
हृदय की धड़कनें धीमी होना
ज्यादा ठंड लगना
सुबह उठते ही थकान हो, ज्यादा ठंड महसूस हो,मन उदास हो, ज्वाइंट और मांसपेशियों में दर्द हो तो यह एक रेड फ्लैग यानी चेतावनी है। आपको तुरंत हाइपोथायराइडिज्म का टेस्ट कराना चाहिए।
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