कोरोना जिसकी वजह से दुनिया कई साल पीछे चला गया, लेकिन साल 2023 इस वायरस का कहर कम रहा। एक स्टडी में सामने आया कि कोविड वैक्सीन की वजह से मौत का खतरा कम हो जाता है।
हेल्थ डेस्क. कोरोना से ना जाने कितने घर उजड़ गए। पूरी दुनिया की इस वायरस से तस्वीर बदलकर रख दी। लेकिन साल 2023 में इस वायरस पर लगाम लगाने में दुनिया कामयाब रही। हालांकि इसके केस सामने आए, लेकिन उतना नुकसान नहीं पहुंचाया। इसके पीछे वजह कोरोना वैक्सीन रही। एक नए स्टडी में पाया गया है कि वैक्सीन के बाद COVID-19 से मृत्यु जोखिम काफी कम हो जाता है। लेकिन यह सुरक्षा छह महीने के बाद कम हो जाती है। जिसकी वजह से लगातार बूस्टर खुराक के प्रमाण मिलते हैं।
यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (UKHSH) के शोधकर्ताओं ने मई 2020 और फरवरी 2022 के बीच वयस्कों में कोविड -19 के 10 मिलियन से अधिक मामलों का विश्लेषण किया। उनके निष्कर्ष रॉयल सोसाइटी ऑफ मेडिसिन (जेआरएसएम) के जर्नल में प्रकाशित हुए हैं। केस फैटलिटी रिस्क (CFR) उन मामलों का अनुपात जिनके परिणामस्वरूप मृत्यु हुई को टीकाकरण की स्थिति के साथ क्रॉस-रेफ़र किया गया। जिससे वैक्सीन और कम मृत्यु दर के बीच एक साफ कनेक्शन का पता चला। खास तौर पर यह स्टडी एक अहम समय सीमा पर भी प्रकाश डालता है। आखिरी टीके की खुराक के छह महीने के भीतर सीएफआर सभी आयु समूहों पर लगातार सबसे कम था। लेकिन इसके बाद प्रोटेक्शन बेनिफिट्स और सीएफआर बढ़ गया।
2021 की शुरुआत में CFR में गिरावट आई
50 से अधिक उम्र के व्यस्कों में सकारात्मक परीक्षण (0.6%) से पहले छह महीने के भीतर टीका लगाए गए लोगों की तुलना में सीएफआर बिना टीकाकरण वाले (6.3%) में 10 गुना अधिक था। अध्ययन से यह भी पता चलता है कि 2021 की शुरुआत में सीएफआर में भारी गिरावट आई है, जो शुरुआती वैक्सीन रोलआउट के अनुरूप है।
बुजुर्गों में बूस्टर डोज जारी रखने की जरूरत
यूकेएचएसए के कोविड-19 वैक्सीन और पैडेमिक विज्ञान प्रभाग के फ्लोरेंस हैलफोर्ड ने कहा, "टीकाकरण के बाद सीओवीआईडी -19 मामले में मृत्यु का जोखिम कम हो गया है, नमूना तिथि से छह महीने पहले टीकाकरण करने पर सभी आयु समूहों में सबसे कम देखा गया है। यह इसके लिए कुछ सबूत प्रदान करता है वृद्धावस्था समूहों में बूस्टर खुराक जारी रखी गई।" अगर आपने भी कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगाने के बाद बूस्टर डोज नहीं लिया है तो तुरंत इसे ले।
और पढ़ें:
Office में रहकर ही घटाएं वजन, डेस्क पर बैठे-बैठे करें सिंपल 8 Exercise
खून हो गया है गंदा, तो आंवला से लेकर तुलसी तक इन 7 फूड्स का करें सेवन