घर में नकारात्मकता या वास्तु दोष होने के कारण तनाव, मानसिक असंतुलन और परेशानियां हो सकती हैं। घर में नकारात्मकता का वास होने से कई तरह की कठिनाइयों, परेशानियों, तनाव, नुकसान और बिमारियों का सामना करना पड़ सकता है। देखा जाए तो नकारात्मकता का एक प्रतिशत भी हमारे लिए फायदेमंद नहीं। बहुत से लोगों को नकारात्मकाता और सकारात्मकता में अंतर नहीं पता, वहीं ऐसे भी लोग हैं, जिन्हे ये नीं पता है कि घर में किस तरह के संकेत नकारात्मकता को दर्शाते हैं। ऐसे में चलिए आज के इस लेख में हम एस्ट्रो एक्सपर्ट पंकित गोयल के द्वारा बताए गए नकारात्मकता के बारे में बताएंगे, कि घर में किस तरह के संकतों से हमें पता चलता है कि नकारातमकता है।
जब घर के सदस्यों में काम करने का उत्साह कम हो और वे आलसी हो जाएं, तो यह नकारात्मक ऊर्जा का संकेत हो सकता है। इस स्थिति में, घर में कामों को टाला जाता है, और कोई भी काम समय पर पूरा नहीं होता।
घर में धूप का प्रवेश सुनिश्चित करें, खासकर सुबह की ताजगी से। इसके अलावा, घर में सजावट में हल्के और प्राचीन रंगों का प्रयोग करें। घर के अंदर ताजगी बनाए रखने के लिए नियमित रूप से सफाई रखें।
घर में अगर बार-बार बीमारियां होती हैं या किसी को ठीक होने में लंबा समय लगता है, तो यह नकारात्मकता के संकेत हो सकते हैं।
घर में हरियाली रखें और वास्तु अनुसार पूजा स्थान को साफ रखें। यह न केवल ऊर्जा को शुद्ध करता है, बल्कि घर में सकारात्मक प्रभाव डालता है।
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घर की दीवारों या छत में दरारें आना भी नकारात्मकता का संकेत हो सकता है। यह वास्तु दोष का प्रतीक माना जाता है, जो मानसिक या शारीरिक परेशानियों का कारण बन सकता है।
दीवारों की मरम्मत करवाएं और दरारों को सही तरीके से भरें। ये दरारें घर में नकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को रोकने का काम करेंगी।
घर में सीलन या नमी होना न केवल घर को गंदा दिखाता है, बल्कि यह नकारात्मक ऊर्जा का संकेत भी हो सकता है। यह स्वास्थ्य समस्याओं, जैसे कि सांस संबंधी बीमारियां और फंगस, को जन्म दे सकता है।
घर में अच्छी वेंटिलेशन और धूप का प्रवेश सुनिश्चित करें। सीलन को ठीक करने के लिए नमी रोधी पेंट और डिह्युमिडिफायर का इस्तेमाल करें।
अगर घर के सदस्य किसी भी काम में मन नहीं लगाते और जीवन में कोई उत्साह नहीं रहता, तो यह नकारात्मक ऊर्जा का संकेत हो सकता है। यह मानसिक थकावट और नकारात्मक विचारों का परिणाम हो सकता है।
घर के वातावरण को सकारात्मक बनाने के लिए प्राकर्तिक तत्वों का अधिक उपयोग करें। परिवार के सदस्यों को ध्यान, योग, और सकारात्मक सोच की आदतें डालें। साथ ही, सजावट में हल्के और ताजगी देने वाले रंगों का प्रयोग करें।
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जब घर के लोग हर छोटी बात पर नकारात्मक सोचने लगते हैं, तो यह घर में नकारात्मक ऊर्जा का संकेत हो सकता है। यह मानसिक स्थिति रिश्तों में भी तनाव और विवाद का कारण बन सकती है।
घर में सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए अच्छे विचारों को बढ़ावा दें। परिवार के सदस्यों के बीच अच्छे संवाद और समर्थन को बढ़ावा दें। पूजा स्थान पर रोजाना दीपक जलाना और शुभ कार्यों को प्रोत्साहित करना मददगार हो सकता है।