दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने ऐलान किया है कि छठ पूजा पर 10 नवंबर को छुट्टी (Delhi Chhath Puja Holiday) रहेगी। छठ का त्योहार सार्वजनिक जगहों पर मनाया जा सकता है। हालांकि, दिल्ली में यमुना नदी के किनारे छठ पूजा मनाने को लेकर सख्त निर्देश दिए गए हैं। नियमों का उल्लंघन करते पाए जाने पर कार्रवाई भी हो सकती है।
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) ने सियासी खींचतान के बीच बड़ा ऐलान किया है। यहां दिल्ली में छठ पूजा (Delhi Chhath Puja) के चलते 10 नवंबर को छुट्टी (Chhath Puja Holiday) रहेगी। सरकार ने सार्वजनिक अवकाश की घोषणा कर दी है। ऐसे में दिल्ली सरकार के सभी कार्यालयों में अवकाश रहेगा। हालांकि, पूजा को लेकर सख्त गाइडलाइन जारी की गई है। यमुना नदी में श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की पूजा की सामग्री या अनाज प्रवाहित करने की सख्त मनाही है।
इससे पहले दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने पिछले सप्ताह आदेश जारी करके शहर में यमुना नदी तट (Yamuna River) के अलावा अन्य तय जगहों पर छठ पूजा करने की अनुमति दी थी। अब उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Deputy Chief Minister Manish Sisodia) ने छुट्टी के संबंध में एक नोट जारी किया। इसमें लिखा- 'राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के लोगों के लिए छठ पूजा महत्वपूर्ण पर्व है। इसी आधार पर दिल्ली सरकार ने 10 नवंबर, 2021 को छठ पूजा के लिए सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की।' बता दें कि 8 नवंबर को नहाय-खाय के साथ इस पर्व की शुरुआत हो जाएगी। वहीं 10 नवंबर को डूबते सूर्य को व्रतियों द्वारा अर्घ्य दिया जाएगा।
इस साल छठ पूजा के बारे में
इस साल 8 नवंबर (सोमवार) को नहाय खाय से छठ पूजा की शुरुआत होगी। इसके बाद 9 नवंबर (मंगलवार) खरना, 10 नवंबर (बुधवार) को छठ पूजा होगी। इसमें डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके बाद 11 नवंबर (गुरुवार) उगते हुए सूर्य को अर्घ्य के साथ छठ पूजा का समापन हो जाएगा।
डीडीएमए की ये गाइडलाइन...
यमुना किनारे अनुमति नहीं होने से विरोध
दिल्ली सरकार की ओर से यमुना नदी के किनारे छठ मनाने की अनुमति नहीं दी गई है। शुक्रवार को छठ पूजा संघर्ष समिति और पूर्वांचल नवनिर्माण संगठन के सदस्यों ने नाराजगी जताई और संगठन ने उप राज्यपाल अनिल बैजल के आवास राजनिवास के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। संगठन के सदस्यों ने उपराज्यपाल को एक ज्ञापन दिया। उनका कहना था कि ये पूर्वांचल के लोगों के साथ अन्याय किया जा रहा है। पूर्वांचल के लोगों की आस्था से खिलवाड़ है, इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दिल्ली एनसीआर में बड़ी संख्या में लोग छठ महापर्व मनाते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना महामारी के चलते दिल्ली में छठ महापर्व नहीं मनाया गया। अब सरकार यमुना नदी के किनारे छठ पूजा करने से मना कर रही है। संगठन का कहना है कि छठ पूजा यमुना नदी के किनारे ही मनाया जाएगा।
एक महीने पहले सार्वजनिक आयोजन की मनाही का आदेश दिया था
दरअसल, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने सितंबर 2021 को एक आदेश में कोरोना महामारी को देखते हुए नदी किनारे, तालाबों और मंदिरों समेत सार्वजनिक जगहों पर छठ पूजा समारोह पर रोक लगा दी थी, जिसके बाद इस मामले में राजनीति गरमाई और भाजपा समेत अन्य दलों ने सरकार से इजाजत देने की अपील की गई तो दिल्ली सरकार ने फिर से केंद्र सरकार से इस पर विचार करने के लिए कहा, जिसके बाद इसे मनाने की इजाजत दी गई।
दिवाली के बाद दिल्ली की हवा हुई खराब
दिल्ली वाले पहले से ही बढ़ते प्रदूषण को लेकर परेशानी का सामना कर रहे हैं। अब दिवाली की रात में पटाखों के चलने से यहां विजिबिलिटी काफी कम हो गई है। इसके अलावा, दिल्ली में कोरोना संक्रमण के शुक्रवार को 32 केस मिले। जबकि 7 लोग ठीक हुए हैं। दिल्ली में एक्टिव केस की संख्या 328 है।
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