सार
21 अप्रैल, शुक्रवार को पहले भरणी नक्षत्र होने से मुग्दर और इसके बाद कृत्तिका नक्षत्र होने से छत्र नाम के 2 योग इस दिन रहेंगे। इसके अलावा प्रीति और आयुष्मान नाम के 2 अन्य योग भी बनेंगे। राहुकाल सुबह 10:50 से दोपहर 12:25 तक रहेगा।
उज्जैन. पंचांग बनाते समय कई बातों का ध्यान रखा जाता है, इसमें नक्षत्र भी एक हैं। ज्योतिष शास्त्र में 27 नक्षत्रों के बारे में बताया गया है। इनके नाम हैं- अश्विन, भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, मघा, पूर्वाफाल्गुनी, उत्तराफाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, घनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती। ये नक्षत्र ही विभिन्न वारों के साथ मिलकर शुभ-अशुभ योग बनाते हैं। आगे पंचांग से जानिए आज कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे, कौन-सा ग्रह किस राशि में रहेगा और राहु काल व अभिजीत मुहूर्त का समय…
21 अप्रैल का पंचांग (Aaj Ka Panchang 21 April 2023)
21 अप्रैल 2023, दिन शुक्रवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा सुबह 08:29 तक रहेगी, इसके बाद द्वितिया तिथि रात अंत तक रहेगी, जो रात अंत तक रहेगी। शुक्रवार को पहले भरणी नक्षत्र सुबह 11.00 बजे तक रहेगा। इसके बाद कृत्तिका नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। शुक्रवार को पहले भरणी नक्षत्र होने से मुग्दर और इसके बाद कृत्तिका नक्षत्र होने से छत्र नाम के 2 योग इस दिन रहेंगे। इसके अलावा प्रीति और आयुष्मान नाम के 2 अन्य योग भी बनेंगे। राहुकाल सुबह 10:50 से दोपहर 12:25 तक रहेगा।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी…
शुक्रवार को चंद्रमा मेष से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश करेगा, इस राशि में पहले से ही शुक्र स्थित है। इस दोनों ग्रहों के साथ होने से भाग्यभंग योग बनेगा। इस दिन सूर्य, राहु और बुध मेष राशि में, गुरु मीन राशि में, शनि कुंभ राशि में, मंगल मिथुन राशि में और केतु तुला राशि में रहेंगे। शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। अगर यात्रा करना जरूरी हो तो जौ या राईं खाकर घर से बाहर निकलें।
21 अप्रैल के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2080
मास पूर्णिमांत- वैशाख
पक्ष- शुक्र
दिन- शुक्रवार
ऋतु- वसंत
नक्षत्र- भरणी और कृत्तिका
करण- बव, बालव और कौलव
सूर्योदय - 6:05 AM
सूर्यास्त - 6:46 PM
चन्द्रोदय - Apr 21 6:39 AM
चन्द्रास्त - Apr 21 8:08 PM
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:00 से 12:50
21 अप्रैल का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 3:36 PM – 5:11 PM
कुलिक - 7:40 AM – 9:15 AM
दुर्मुहूर्त - 08:37 AM – 09:28 AM, 12:50 PM – 01:41 PM
वर्ज्यम् - 11:12 AM – 12:49 PM
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