26 सितंबर मंगलवार को पहले श्रवण नक्षत्र होने से लुंबक और इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र होने से उत्पात नाम के 2 अशुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, द्विपुष्कर, सुकर्मा और धृति नाम के 4 अन्य योग भी रहेंगे।
26 सितंबर, मंगलवार को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि पूरे दिन रहेगी। इस दिन वामन द्वादशी का व्रत किया जाएगा। मंगलवार को पहले श्रवण नक्षत्र होने से लुंबक और इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र होने से उत्पात नाम के 2 अशुभ योग बनेंगे।
Karwa Chauth 2023 Date: कार्तिक मास में महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत करती हैं। इस दिन महिलाएं दिन भर कुछ भी खाती-पीती नहीं है और निर्जला उपवास कर शाम को चंद्रमा के दर्शन के बाद अपना व्रत पूर्ण करती है।
25 सितंबर, सोमवार को पहले उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग और इसके बाद उत्तरषाढ़ा नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, अतिगण्ड और सुकर्मा नाम के 3 अन्य योग भी रहेंगे।
25 सितंबर, सोमवार को परिवर्तिनी एकादशी का व्रत किया जाएगा। सोमवार को पहले उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग और इसके बाद उत्तरषाढ़ा नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग बनेगा। राहुकाल सुबह 07:49 से 09:19 तक रहेगा।
September 2023 Weekly Horoscope: सितंबर 2023 का चौथा और अंतिम सप्ताह 25 से 30 तारीख तक रहेगा। ये सप्ताह हिंदू पंचांग के भाद्रपद मास के अंतर्गत रहेगा। इस सप्ताह में परिवर्तिनी एकादशी, प्रदोष व्रत, अनंत चतुर्दशी आदि व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे।
24 सितंबर, सोमवार को पहले पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से शुभ और इसके बाद उत्तरषाढ़ा नक्षत्र होने से अमृत नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, शोभन और अतिगण्ड नाम के 3 अन्य योग भी रहेंगे।
24 सितंबर, सोमवार को पहले पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से शुभ और इसके बाद उत्तरषाढ़ा नक्षत्र होने से अमृत नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, शोभन और अतिगण्ड नाम के 3 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल शाम 04:48 से 06:18 तक रहेगा।
Rahu-Ketu Transit 2023: राहु-केतु को ज्योतिष में क्रूर ग्रह कहा जाता है। ये दोनों ग्रह जिसकी कुंडली में अशुभ स्थिति में होते हैं, उनका जीवन खराब कर देते हैं। अक्टूबर 2023 में ये दोनों एक साथ राशि बदलने वाले हैं।
22 सितंबर, शुक्रवार को पहले ज्येष्ठा नक्षत्र होने से चर और इसके बाद मूल नक्षत्र होने से सुस्थिर नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन आयुष्मान और सौभाग्य नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 10:49 से दोपहर 12:19 तक रहेगा।