नवग्रहों में बृहस्पति को देवताओं का गुरु कहा गया है। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में गुरु का बड़ा महत्व होता है। जन्मकुंडली में गुरु (बृहस्पति) यदि बलवान है तो व्यक्ति ज्ञान, सत्कर्म, ईमानदारी, विद्या, बुद्धि, प्रसिद्धि और संपदा के मामले में श्रेष्ठ होता है, लेकिन यदि गुरु कमजोर हो तो व्यक्ति का जीवन संकटपूर्ण रहता है।