15 जनवरी से सूर्य उत्तरायण हो जाएगा। यानी इसी दिन मकर संक्रांति का पर्व भी मनाया जाएगा।
मंगल अभी वृश्चिक राशि में है। ये मंगल की ही राशि है। इस राशि में मंगल 7 फरवरी तक रहेगा। यानी जनवरी 2020 में पूरे समय मंगल स्वराशि में ही विचरण करेंगे।
सोमवार को भरणी नक्षत्र होने से चर और उसके बाद कृत्तिका नक्षत्र होने से स्थिर नाम के 2 शुभ योग बन रहे हैं।
दैनिक जीवन में हम जाने-अनजान में कई ऐसा काम करते हैं, जिनके कारण दुर्भाग्य हमारा पीछा नहीं छोड़ता और हम हमेशा अपनी किस्मत को ही दोष देते रहते हैं।
रविवार को सुबह अश्विनी नक्षत्र होने से आनंद नाम का शुभ योग और इसके बाद भरणी नक्षत्र होने से कालदण्ड नाम का अशुभ योग बन रहा है। इस दिन सुबह 10.40 तक सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा।
हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार हथेली में सबसे छोटी उंगली के नीचे बुध पर्वत होता है। इस पर्वत पर विवाह और संतान रेखा होती है।
ज्योतिषीय नजरिये से साल 2020 हर राशि के साथ देश-दुनिया के लिए भी बहुत खास रहेगा। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार इस साल ग्रहों का राशि परिवर्तन बहुत ही खास रहेगा।
शनिवार को रेवती नक्षत्र में सूर्योदय होने से धाता और उसके बाद अश्विनी नक्षत्र के योग से सौम्य नाम का शुभ योग इस दिन रहेगा।
साल 2020 ग्रह-नक्षत्रों की विशेष स्थिति और शुभ संयोग में शुरू हुआ है। साल के प्रारंभ में धनु राशि में सूर्य, बुध, बृहस्पति, शनि और केतु भी हैं। ज्योतिषियों के अनुसार, ग्रहों की ऐसी स्थिति 296 साल पहले 1 जनवरी 1723 को बनी थी।
साल 2020 का पहला माह जनवरी शुरू हो गया है। इस महीने में 9 में से 5 ग्रह राशि बदल रहे हैं। मंगल, गुरु, राहु और केतु के अलावा सभी ग्रहों का राशि परिवर्तन होगा।