टेस्ला की तरफ से भी बताया गया है कि 2024 के आखिरी तक कंपनी करीब 7,500 चार्जिंग स्टेशन स्थापित करेगी। जहां दूसरी कंपनियों की इलेक्ट्रिक गाड़ियां भी चार्ज हो सकेंगी। कंपनी मेंबरशिप प्रोग्राम भी शुरू करेगी।
पाकिस्तान की चरमराती अर्थव्यवस्था का असर ऑटो सेक्टर पर देखने को मिल रहा है। टोयोटा और होंडा समेत कई बड़ी कंपनियां अपने प्लांट्स बंद कर रही हैं। ऐसे में लाखों नौकरियों पर संकट भी मंडराने लगा है।
इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस होने से आप उस देश में आसानी से गाड़ी चला सकते हैं, जहां आप जा रहे हैं। इसका इस्तेमाल एक वैलिड आईडी की तरह भी होता है। मतलब हर जगह पासपोर्ट ले जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
पाकिस्तान में सुजुकी की ऑल्टो वीएक्स 110,000 रुपए महंगी हो गई है। पाक में यह कार अब 21.44 लाख रुपए में बिकेगी। कंपनी की स्विफ्ट जीएलएक्स सीवीटी की कीमतें भी 263,000 रुपए बढ़कर 47.25 लाख रुपए हो गई हैं।
हाल ही में भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटो इंडस्ट्री बना है। 2022 के आंकड़े के मुताबिक, हमारे देश में करीब 15 करोड़ कारें हैं। जिसमें लगातार इजाफा हो रहा है। खराब ड्राइविंग और सीट बेल्ट जैसे नियमों का पालन यहां नहीं होता है।
1 अप्रैल, 2023 से रियल ड्राइविंग एमिशन नॉर्म्स देशभर में लागू होने जा रहा है। इसके आने से जहां फायदे हैं तो वहीं कुछ नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। वाहन कंपनियों को अपनी गाड़ियों में बदलाव करना पड़ेगा।
रोबोटैक्सी को लेकर कंपनी की तरफ से जानकारी दी गई है कि यह शहरों की सड़क के अनुसार बनाई गई है लेकिन इसे हाइवे पर भी आसानी से चलाया जा सकता है। कंपनी की तरफ से पहले ही फुली ऑटोमैटिक टैक्सी लाने की घोषणा की गई थी।
पहाड़ों के बीच रास्ते घुमावदार होने के चलते, ऐसे ड्राइवर जिनके पास हिल एरिया में ड्राइविंग का एक्सपीरिएंस नहीं होता, उनसे एक्सीडेंट का खतरा बढ़ जाता है। बीते 4 सालों में जितने भी एक्सीडेंट हुए हैं, उनमें 65 प्रतिशत इसी तरह के हैं।
देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे बनकर तैयार हो गया है। इस पर सफर करने से आपकी गाड़ी की लाइफ अच्छी रहेगी और आपका खर्चा भी कम होगा। यह एक्सप्रेस-वे एडवांस टेक्नोलॉजी और सुविधाओं से लैस है।
इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बैटरी में जो कंपोनेंट्स ज्यादा यूज होते हैं, उनमें लिथियम प्रमुख है। अभी तक भारत दूसरे देशों से लिथियम आयात करता है। जिस वजह से यह महंगा है। अब देश में ही इसका भंडार मिला है तो ऑटो सेक्टर पर इसका असर देखने को मिल सकता है।