सार

आजकल इंश्योरेंस पॉलिसी बेचने के नाम पर कई तरह के फ्रॉड हो रहे हैं। इससे कस्टमर्स को काफी नुकसान हो रहा है। जालसाज अलग-अलग तरीके अपनाकर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ऐसे में एक्सपर्ट्स सावधान और सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं।

बिजनेस डेस्क : लाइफ में सिक्योर रहने के लिए आजकल लोग इंश्योरेंस लेते हैं। हालांकि, यह एक ऐसा प्रोडक्ट है, जो हर किसी को आसानी से समझ नहीं आता है। यही कारण है कि इससे जुड़े फ्रॉड (Insurance Frauds) तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। सबसे बड़ी बात तो ये है कि कई बार ऐसा भी होता है, जब लोग समझ ही नहीं पाते कि उनके साथ इंश्योरेंस फ्रॉड हुआ है। लोगों को अपनी जाल में फंसाने के लिए जालसाज तरह-तरह के नए तरीके अपना रहे हैं। हालांकि, कुछ बातों का ध्यान रखकर आप इंश्योरेंस फ्रॉड से खुद को बचा सकते हैं।

कितने तरह के होते हैं इंश्योरेंस फ्रॉड

1. फेक पॉलिसी

लोगों को अपना शिकार बनाने का जालसाजों का यह काफी साम तरीका है। इसमें फोन या इमेल से ऑनलाइन फेक पॉलिसी बेची जाती है। इससे पैसे ऐंठे जाते हैं। बड़ी संख्या में लोग उनके चक्कर में फंस जाते हैं।

2. एजेंट के जरिए फ्रॉड

कई बार ऐसा भी होता है, जब इंश्योरेंस एजेंट की तरफ से कवरेज, बेनिफिट्स और प्रीमियम के नाम पर गलत जानकारी देकर पॉलिसी बेच दी जाती है। ऐसे में बाद में पता चलता है कि सारी चीजें फेक थीं।

3. प्रीमियम डायवर्ट करके

कई बार इंश्योरेंस एजेंट कस्टमर से प्रीमियम कलेक्ट कर लेते हैं लेकिन कंपनी में जमा ही नहीं करते हैं। इस तरह के फ्रॉड ज्यादातर पॉलिसी के ऑफलाइन भुगतान करने वालों के साथ होता है।

4. ब्याज फ्री लोन का लालच

इंश्योरेंस पॉलिसी बेचने के लिए कई बार फ्रॉड करने वाले कस्टमर्स से ब्याज फ्री लोन का वादा करते हैं। इससे कई लोग उनके झांसे में आ जाते हैं और उन्हें वे अपनी पॉलिसी बेच देते हैं।

5. ज्यादा रिटर्न का दावा

कई मामलों में जालसाज इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स को इन्वेटमेंट प्रोडक्ट्स बताकर बेच देते हैं। ज्यादातर लोग भी ज्यादा रिटर्न पाने के लालच में पॉलिसी खरीद लेते हैं और उनके चक्कर में फंस जाते हैं।

6. फेक क्लेम के जरिए

कई बार तो फ्रॉड करने वाले पॉलिसी डॉक्यूमेंट में घपला कर क्लेम ले लिया जाता है। इससे जो असली पॉलिसी होल्डर होते हैं, उन्हें समय पर पॉलिसी का लाभ ही नहीं मिल पाता है।

इंश्योरेंस फ्रॉड से बचने के 5 टिप्स

  1. जब भी कोई इंश्योरेंस लें तो सतर्क और सावधान रहें। इससे इंश्योरेंस फ्रॉड से बच जाएंगे।
  2. इंश्योरेंस प्रोडक्ट खरीदने से पहले पूरा पेपर अच्छी तरह पढ़ें। नियम और शर्तों को अच्छी तरह जान लें।
  3. जब भी कोई इंश्योरेंस खरीदें तो उस कंपनी और उस प्रोडक्ट के बारें में रिसर्च जरूर कर लें।
  4. थर्ड पार्टी, सेल्समैन या एजेंट जब भी आपको पॉलिसी बेचने के लिए आए तो उसकी आईडी कार्ड देखकर वैरिफाई करें।
  5. जब भी पॉलिसी भुगतान करें तो उसके लिए ऑनलाइन पेमेंट का ही विकल्प चुनें।

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