सार

बैलेंस ट्रांसफर सुविधा के जरिए, एक कार्ड से दूसरे कार्ड में बकाया राशि ट्रांसफर की जा सकती है. बैलेंस ट्रांसफर पर भी ब्याज लगता है,

इस समय में क्रेडिट कार्ड कई लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है. लेकिन अगर क्रेडिट कार्ड की राशि समय पर नहीं चुकाई गई तो यह एक बड़ी परेशानी का सबब भी बन सकता है. खासतौर पर ऊंची ब्याज दर क्रेडिट कार्ड बकाया पर लगने वाला सबसे बड़ा चार्ज होता है. यही कारण है कि कर्ज बढ़ता ही जाता है. अगर आपके पास एक से ज़्यादा क्रेडिट कार्ड हैं तो...आर्थिक परेशानी और भी बढ़ सकती है. ऐसे में एक से ज़्यादा क्रेडिट कार्ड और उन पर बकाया राशि होने की स्थिति में बैलेंस ट्रांसफर एक कारगर उपाय हो सकता है. इसकी खासियत यह है कि आप सारा बकाया एक ही कार्ड में ट्रांसफर कर सकते हैं और आसानी से चुका सकते हैं.

बैलेंस ट्रांसफर सुविधा के जरिए, एक कार्ड से दूसरे कार्ड में बकाया राशि ट्रांसफर की जा सकती है. बैलेंस ट्रांसफर पर भी ब्याज लगता है, लेकिन यह क्रेडिट कार्ड फाइनेंस चार्ज से काफी कम होता है.  कर्ज को एक जगह समेटने और भुगतान को आसान बनाने के लिए  कई कार्ड से बैलेंस को एक ही क्रेडिट कार्ड में ट्रांसफर करने के लिए बैलेंस ट्रांसफर का उपयोग किया जा सकता है. अगर आप पहली बार  बैलेंस ट्रांसफर कर रहे हैं तो आपको  3 से 12 महीने तक की अवधि के लिए कम ब्याज दर का ऑफर भी मिल सकता है.

उदाहरण के लिए कार्ड ए, कार्ड बी से कार्ड सी में बैलेंस ट्रांसफर करते हैं और बैलेंस ट्रांसफर की ब्याज दर  पहले 3 महीने के लिए शून्य प्रतिशत ऑफर मिलता है, तो आपको कोई ब्याज नहीं देना होगा.  अगर आप 60 दिनों के भीतर  बकाया राशि का भुगतान कर सकते हैं तो एसबीआई कार्ड्स शून्य ब्याज और 180 दिनों की अवधि चुनने पर 1.7 प्रतिशत प्रति माह ब्याज की पेशकश करता है. दूसरी बात,  प्रोसेसिंग शुल्क भी नहीं लगेगा. यहाँ ध्यान देने वाली एक महत्वपूर्ण बात यह है कि सिर्फ ब्याज ही नहीं बल्कि बैलेंस ट्रांसफर पर भी शुल्क लगता है.   ट्रांसफर की जा रही राशि का 3 प्रतिशत से 5 प्रतिशत तक का एकमुश्त बैलेंस ट्रांसफर शुल्क भी देना होगा।