सार

भारत के 8वें सबसे अमीर शख्स और डीमार्ट के मालिक राधाकिशन दमानी को कौन नहीं जानता। लेकिन इस मुकाम तक पहुंचना उनके लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था। पढ़ाई बीच में छोड़ शेयर ट्रेडिंग का काम करने वाले दमानी कैसे बने अरबपति, जानते हैं उनकी सक्सेस स्टोरी। 

बिजनेस डेस्क। सही दिशा में मेहनत करने वाले को अगर किस्मत का साथ मिल जाए, तो इंसान हर ऊंचाई को छू सकता है। ऐसा ही कुछ हुआ राधाकिशन दमानी के साथ। दमानी को लोग उनके रियल नाम से कहीं ज्यादा उनके ब्रैंड नेम 'D-Mart' से जानते हैं। डी-मार्ट के मालिक राधाकिशन दमानी का नाम भारत के टॉप-10 अमीरों में शामिल है। इतना ही नहीं, वो दुनिया के 80वें सबसे अमीर शख्स भी हैं। आखिर कैसे कॉलेज छोड़ शेयर ट्रेडिंग का काम करने वाला एक शख्स बन गया 24.5 अरब डॉलर की संपत्ति का मालिक?

क्या रहा दमानी की जिंदगी का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट

राधाकिशन दमानी का जन्म 12 जुलाई, 1954 को राजस्थान के बीकानेर में एक मारवाड़ी परिवार में हुआ। उनके पिता एक स्टॉक ब्रोकर थे, लेकिन दमानी को पहले स्टॉक मार्केट या पढ़ाई में कोई खास रुचि नहीं थी। ऐसे में उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई बीच में ही छोड़ कर बॉल-बेयरिंग का छोटा-मोटा बिजनेस शुरू किया। इसी बीच, राधाकिशन दमानी जब 32 साल के थे तभी उनके पिता का निधन हो गया। पिता के गुजरने के बाद उन्हें न चाहते हुए भी स्टॉक ब्रोकिंग का काम संभालना पड़ा। बस यही उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट बना।

कम कीमत वाले शेयरों में लगाया पैसा
शुरुआती दिनों में दमानी को स्टॉक ब्रोकिंग के काम में बिल्कुल भी मजा नहीं आया। लेकिन धीरे-धीरे उन्हें अपनी ट्रेडिंग कैपेबिलिटी का पता चला। वो शेयर बाजार की नब्ज को समझने लगे और उसके मुताबिक ही इन्वेस्टमेंट शुरू किया। इसी, बीच उनकी मुलाकात मन्नू मानेक उर्फ ब्लैक कोबरा नाम के एक मशहूर ब्रोकर से हुई। मानेक की 80-90 के दशक में बाजार में गहरी पकड़ थी। दमानी ने मानेक से शेयर ट्रेडिंग के गुर सीखे। 1992 में हुए शेयर मार्केट घोटाले के बाद दमानी को लगा कि इससे काफी पैसा बनाया जा सकता है। इसके बाद उन्होंने कम कीमत वाले शेयरों की तलाश कर उनमें पैसा लगाना शुरू किया।

दमानी को इन शेयरों ने बनाया करोड़पति

राधाकिशन दमानी ने VST इंडस्ट्रीज के अलावा 1995 में HDFC Bank के आईपीओ में 40 रुपए के हिसाब से 400 करोड़ का निवेश किया था। आज के वक्त में इसके एक शेयर की कीमत 1700 रुपए के आसपास है। इसके अलावा दमानी ने कोलगेट, हिंदुस्तान यूनिलीवर, जिलेट और नेस्ले जैसी कई कंपनियों में पैसा लगाया।

शेयर ट्रेडिंग में कमाई के बाद रिटेल बिजनेस में आजमाई किस्मत
शेयर ट्रेडिंग के जरिये अकूत पैसा कमाने के बाद राधाकिशन दमानी ने 2001 में शेयर मार्केट के अलावा रिटेल इंडस्ट्रीज में किस्मत आजमाने की सोची। इसके बाद उन्होंने 2002 में मुंबई के पवई में अपने पहले फूड एंड ग्रोसरी रिटेल स्टोर डी-मार्ट की शुरुआत की। डी-मार्ट की डेवलपमेंट स्ट्रैटजी बिल्कुल डिफरेंट थी। इसमें खाने-पीने की चीजों को रिटेल में भी बेहद कम दामों पर उपलब्ध कराया गया। धीरे-धीरे स्टोर आम लोगों के बीच मशहूर हो गए और 2011 तक देशभर में कंपनी के 25 से ज्यादा स्टोर हो गए।

D-Mart 2017 में हुई शेयर बाजार में लिस्ट

2017 में राधाकिशन दमानी ने डी-मार्ट का आईपीओ लॉन्च किया और कंपनी को एवेन्यू सुपरमार्ट्स के नाम से लिस्ट कराया। 21 मार्च 2017 को कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट हुई। इसका आईपीओ प्राइस 299 रुपए था, जबकि लिस्टिंग 604 रुपए पर हुई। यानी लिस्टिंग के साथ ही राधाकिशन दमानी की संपत्ति देश के कई बड़े अमीरों से भी ज्यादा हो गई। वर्तमान में इस कंपनी की कुल मार्केट वैल्यू 3,37,538 करोड़ रुपए है। वहीं, इसके शेयर की कीमत 5,187 रुपए है।

देशभर में D-Mart के 300 से ज्यादा स्टोर्स

वर्तमान में देशभर में डीमार्ट के 300 से भी ज्यादा स्टोर्स हैं। डी-मार्ट के स्टोर दूसरों से काफी अलग हैं, क्योंकि ये खुद को आलीशान शॉपिंग माहौल दिखाने की जगह ग्राहक को ज्यादा से ज्यादा छूट देने पर यकीन रखते हैं। डीमार्ट की खासियत है कि वो जहां से भी थोक में सामान लेता है, उसका पेमेंट 10 दिन के अंदर करता है। जबकि दूसरे कई रिटेल स्टोर्स इसके लिए 2 महीने तक लगाते हैं। इसका फायदा ये हुआ कि कंपनी को खरीदारों से अच्छी छूट मिली, जिसका फायदा उसने अपने ग्राहकों को देकर बढ़िया मुनाफा कमाया। डीमार्ट के पास कोई कर्ज नहीं है।

दुनिया के 80वें सबसे अमीर शख्स हैं राधाकिशन दमानी

राधाकिशन दमानी वर्तमान में दुनिया के 80वें, जबकि भारत के 8वें सबसे अमीर शख्स हैं। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स के मुताबिक, दमानी की कुल नेटवर्थ 24.5 अरब डॉलर है।

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