सार
मैन्यूफैक्चरिंग कॉस्ट के मामले में भारत ने चीन को पछाड़ दिया है। इसके साथ ही सबसे सस्ती मैन्युफैक्चरिंग लागत के मामले में भारत पूरी दुनिया में टॉप पर पहुंच गया है। लिस्ट में भारत के बाद चीन और वियतनाम हैं।
Cheapest Manufacturing Costs: दुनिया में सबसे सस्ती मैन्यूफैक्चरिंग कॉस्ट वाले देशों की लिस्ट में भारत टॉप पर पहुंच गया है। भारत ने अपने पड़ोसी मुल्क चीन को पीछे छोड़ ये स्थान हासिल किया है। पूरी दुनिया में मैन्यूफैक्चरिंग लागत सबसे कम (Cheapest Manufacturing Costs) होने की वजह से ही अमेरिका समेत दुनियाभर के देश अब चीन की जगह भारत को तरजीह दे रहे हैं।
सबसे कम लागत वाले देशों में भारत के ये दो पड़ोसी भी
वर्ल्ड ऑफ स्टैटिस्टिक्स (World of Statistics) के मुताबिक, सबसे सस्ती मैन्यूफैक्चरिंग कॉस्ट वाले देशों में टॉप पर भारत है। इसके बाद दूसरे नंबर पर चीन और तीसरे पर वियतनाम है। चौथे नंबर पर थाइलैंड, पांचवे पर फिलीपींस, छठे पर बांग्लादेश, सातवें पर इंडोनेशिया, आठवें पर कंबोडिया, नौवें पर मलेशिया और दसवें नंबर पर श्रीलंका है। लिस्ट में इसके बाद घाना, केन्या, मेक्सिको, उजबेकिस्तान, कोलंबिया, साउथ अफ्रिका, कजाकिस्तान, ट्यूनीशिया, चिली, अल्जीरिया, तुर्की और उरुग्वे हैं। इस लिस्ट में दुनियाभर के 50 देशों को शामिल किया गया है।
चीन के बजाय भारत का रुख कर रहीं विदेशी कंपनियां
भारत में सस्ती मैन्यूफैक्चरिंग कॉस्ट की वजह से दुनिया भर की बड़ी-बड़ी कंपनियां चीन से अपनी फैक्ट्रीज हटाकर भारत या फिर दूसरे देशों में शिफ्ट कर रही हैं। बॉस्टन कंसल्टिंग ग्रुप ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें बताया गया है कि चीन से अमेरिकी इंपोर्ट में भारी गिरावट आई है, जबकि भारत से इंपोर्ट में कई गुना का इजाफा हुआ है।
अमेरिका चीन के बजाय भारत से मंगा रहा सामान
बॉस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (BCG) की स्टडी में सामने आया है कि 2018 से 2022 के बीच चीन से अमेरिका द्वारा आयात किए जाने वाले सामान में 10 प्रतिशत की कमी आई है। वहीं, भारत से अमेरिका द्वारा आयात किए जाने वाले सामानों में 44 प्रतिशत की ग्रोथ देखी गई है। इसके अलावा मैक्सिको से 18% और दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (Asian) से 65% की बढ़ोतरी हुई है।
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