सार
डॉक्टर से बिजनेसमैन बने जुपल्ली रामेश्वर राव की सफलता की कहानी। इनका जन्म आंध्रप्रदेश के महबूबनगर जिले के एक किसान परिवार में हुआ था। हैदराबाद में एक प्लॉट में 50 हजार रुपए इनवेंस्ट किए। इस फैसले ने उन्हें रियल एस्टेट टाइकून बना दिया।
बिजनेस डेस्क. सफलता यूं नहीं किसी को मिल जाती, इसके लिए समर्पण और कड़ी तपस्या करनी पड़ती है। इसे ही सही साबित कर दिखाया है महा सीमेंट और माय होम कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक जुपल्ली रामेश्वर राव ने। इनका जन्म आंध्रप्रदेश के महबूबनगर जिले के एक किसान परिवार में हुआ था। बचपन में उन्हें कई किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल जाया करते है। स्कली शिक्षा के बाद उन्होंने काफी संघर्ष दिया था। इसक बाद उसके वो पढ़ाई के लिए हैदराबाद आ गए।
रियल एस्टेट से पहले शुरू किया क्लिनिक
हैदराबाद में रामेश्वर राव ने होम्योपैथी में पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने दिलसुखनगर में एक क्लिनिक शुरू किया। इस समय हैदराबाद में रियल एस्टेट कारोबार तेजी से बढ़ रहा था। मांग बढ़ने से जमीन की कीमतें तेजी से बढ़ रहीी थीं। इन्होंने सबसे पहले हैदराबाद में एक प्लॉट में 50 हजार रुपए इनवेंस्ट किए। इसके तीन महीने बाद ही इस प्लॉट की कीमत तीन गुना हो गई। उनके एक फैसले ने उन्हें रियल एस्टेट टाइकून बना दिया। इसके बाद उन्होंने क्लिनिक बंद कर पूरी तरह से रियल एस्टेट के बिजनेस में लग गए।
साल 1981 में शुरू की माय होम कंस्ट्रक्शन कंपनी
रामेश्वर राव ने साल 1981 में माय होम कंस्ट्रक्शन के नाम से कंपनी शुरू की थी। वह तेजी से हैदराबाद के रियल एस्टेट कारोबार में प्रमुखता से उभरे। इस दौरान उन्होंने कई सारी बिल्डिंग बनाए। इसके बाद उन्होंने सीमेंट का बिजनेस भी शुरू किया। इस कंपनी का नाम महा सीमेंट रखा था। इस कंपनी का टर्नओवर 4 हजार करोड़ रुपए है। अब उनकी कूल संपत्ति 11 हजार 4 सौ करोड़ रुपए है।
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