इस साल सोने की कीमत में काफी तेजी से बढ़ रही है। शुरुआती 5 महीनों में सोना 10,870 रुपए बढ़कर इसकी कीमत 74,222 रुपए हो गई हैं। ऐसे में गोल्ड गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानी गोल्ड ETFs में भी निवेश करना एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। जानें इसके फायदे।
बिजनेस डेस्क : चुनावी माहौल के बीच एक बार फिर मंगलवार को शेयर बाजार में हलचल देखने को मिली। शुरुआती तेजी से बाद बाजार दबाव में दिखा। इस बीच एक्सिस डायरेक्टर ने निवेशकों को कुछ स्टॉक्स पर दांव लगाने की सलाह दी है, जो 15 दिनों में जबरदस्त रिटर्न देंग।
बिजनेस डेस्क : दुनिया के दो बड़े तेल उत्पादक देशों में इन दिनों हलचल है। ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत से पूरा ईरान शोक में है तो दूसरी तरफ सऊदी किंग के फेफड़े में इंफेक्शन की खबर है। ऐसे में कच्चे तेल की कीमतों पर असर देखने को मिल सकता है।
चुनाव नतीजों से पहले शेयर बाजार में काफी उथल-पुथल देखी जा रही है। कम वोटिंग के चलते कुछ लोग सरकार को लेकर चिंतित भी हैं। हालांकि, 4 जून के बाद सरकार बीजेपी की बने या कांग्रेस की, अगर आपके पास ये चुनिंदा शेयर हैं तो फिक्र करने की जरूरत नहीं।
इंश्योरेंस फॉर्म भरते समय हमें कई बातों का ख्याल रखना होता है। इसमें जरा सी चूक से क्लेम में मिलने वाली रकम से वंचित रह सकते हैं। ऐसे में प्रपोजल फॉर्म को सावधानी से भरना जरूरी है। इसमें सही जानकारी न होने से बीमा कंपनी आपका क्लेम खारिज कर सकती है।
लोकसभा चुनाव में 5 चरण की वोटिंग हो चुकी है। इसी बीच, ईवीएम बनाने वाली कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (BEL) का शेयर रॉकेट बन चुका है। 16% तेजी के साथ फिलहाल ये 274 रुपए पर ट्रेड कर रहा है। इसके अलावा ये 10 शेयर भी तूफानी तेजी से भाग रहे हैं।
नारायण मूर्ति ने इंफोसिस की ग्रोथ का सीक्रेट बताते हुए कहा कि किस तरह कंपनी बनाने के बाद उसे सिर्फ लाभ कमाना ही नहीं, सम्मान पाने लायक भी बनाया। उन्होंने कहा कि शुरू से ही कंपनी कस्टमर्स के भरोसेमंद और हर किसी का पसंद बनना चाहती थी।
इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड और नोमुरा के रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की अर्थव्यवस्था इस दशक में 7% हो सकती है। ऐसे में भारत चीन को पछाड़कर एशिया में नंबर-1 हो जाएगा। इस दशक में चीन की जीडीपी ग्रोथ 3.9% का अनुमान हैं।
भारत में जिंक की प्रति व्यक्ति खपत करीब आधा किलोग्राम है, जो ग्लोबल एवरेज 4Kg से काफी कम है। जबकि अमेरिका, यूरोप और दक्षिण कोरिया जैसे विकसित देशों में यह 6-7 किलो तक जा सकता है।
पाकिस्तान आर्थिक संकटसे बचने के लिए इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) की शरण में है। IMF ने पाकिस्तान को आर्थिक पैकेज दे रहा है। लेकिन इसके बदले कुछ शर्तें रखी हैं। इन शर्तों में पाकिस्तान को पेंशन पर टैक्स लगाना होगा। इसके अलावा GST भी बढ़ाना होगा।