RBI Monetary Policy Update : RBI की मीटिंग में फिर से रेपो रेट घट सकता है। इस साल अब तक 1% की कटौती हुई है और फिर से घटने की उम्मीद है। इससे आपकी EMI और लोन और सस्ते हो सकते हैं। फैसला 6 अगस्त को आएगा। 

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?
रेपो रेट कब शुरू हुआ?
रेपो रेट की शुरुआत 1992 में हुई, जब डॉ. मनमोहन सिंह वित्त मंत्री थे। 2000 से RBI ने मॉनेटरी पॉलिसी में घोषित करना शुरू किया, तब से इसमें कई बदलाव हुए।

RBI MPC Meeting August 2025 : RBI मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक सोमवार, 4 अगस्त 2025 से शुरू हो गई है। तीन दिन चलने वाली यह बैठक 6 अगस्त को खत्म होगी, जिसके बाद गवर्नर संजय मल्होत्रा प्रेस कॉन्फ्रेंस में पॉलिसी फैसलों का ऐलान करेंगे। इस बार की मीटिंग, इसलिए भी खास है क्योंकि रिजर्व बैंक ने इस साल अब तक तीन बार लगातार ब्याज रेट्स घटाया है, जिसके बाद मौजूदा रेपो रेट (Repo Rate) 5.50% पर आ चुका है। अब सवाल यह है कि क्या केंद्रीय बैंक एक बार फिर इसमें कटौती करेगा? अगर हां, तो इसका असर आम लोगों, आपकी EMI और देश की इकोनॉमी पर क्या होगा?

रेपो रेट क्या फिर से कम होगा?

मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि आरबीआई इस मीटिंग में भी रेपो रेट में 0.25% यानी 25 बेसिस पॉइंट की कटौती कर सकता है। इसका मुख्य कारण अमेरिका में टैरिफ वॉर और ग्लोबल अनिश्चितता का भारत की GDP पर संभावित असर है। रिजर्व बैंक ग्रोथ को सपोर्ट देने के लिए भी रेपो रेट घटा सकता है, ताकि सस्ते लोन से डिमांड को पुश मिल सके।

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रेपो रेट में अब तक कितनी कटौती हुई है?

RBI ने इस साल अब तक तीन बार में कुल 1% की कटौती की है। फरवरी 2025 में रेपो रेट 6.50% से घटाकर 6.25% कर दिया था। अप्रैल 2025 में एक बार फिर 0.25% की कटौती की गई। जून 2025 में फिर से 0.50% घटाया गया, जो अब 5.50% पर पहुंच चुका है। अब अगर अगस्त में 0.25% और कटौती होती है, तो रेपो रेट 5.25% पर आ जाएगा, जो होम लोन और ऑटो लोन के लिए अच्छी खबर होगी।

रेपो रेट क्या होता है और क्यों घटाया जाता है?

रेपो रेट वह ब्याज दर है जिस पर बैंक RBI से कर्ज लेते हैं। जब RBI इसे घटाता है, तो बैंकों को सस्ते रेट पर पैसा मिलता है, बैंक कस्टमर्स को भी सस्ता लोन ऑफर करते हैं, इससे EMI कम होती है और रियल एस्टेट, ऑटो जैसे सेक्टर में मांग बढ़ती है। जैसे ही रेपो रेट घटेगा आपकी EMI में लगभग 0.50% तक की गिरावट आ सकती है यानी बड़ी संख्या में कस्टमर्स को फायदा होगा।

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RBI पॉलिसी रेट से महंगाई कैसे कंट्रोल करता है?

आरबीआई के पास पॉलिसी रेट एक ऐसा टूल है, जिससे वह इकोनॉमी कंट्रोल करता है। जब महंगाई बढ़ती है तो RBI रेपो रेट बढ़ाकर बाजार में पैसा सख्त कर देता है, इससे बैंक महंगे लोन देते हैं, डिमांड घटती है और महंगाई नीचे आती है। वहीं जब इकोनॉमी सुस्ती में होती है, तो RBI रेट घटा कर बाजार में पैसा बढ़ाता है।

RBI MPC की अगली मीटिंग्स कब हैं?

5-7 अगस्त 2025

29 सितंबर-1 अक्टूबर 2025

3-5 दिसंबर 2025

4-6 फरवरी 2026