सार

एक हाउसवाइफ घर के काम के साथ-साथ शेयर बाजार में ट्रेडिंग करके हर महीने 1.5 लाख रुपए कमा रही हैं। रात में रिसर्च और दिन में ट्रेडिंग से उन्होंने यह सफलता हासिल की है।

बिजनेस डेस्क : शेयर मार्केट में निवेशक और ट्रेडर्स तेजी से पैसा कमा रहे हैं। इस रेस में महिलाएं भी आगे निकल रही हैं। पिछले कुछ समय में मार्केट में फीमेल ट्रेडर्स की संख्या बढ़ी है। अब तो कई हाउसवाइफ भी ट्रेडिंग से अच्छा-खासा पैसा बना रही है। ऐसी ही एक हाउसवाइफ की कहानी आज हम आपको बताने जा रहे हैं, जो सुबह-शाम तो चूल्हा-चौका करती है लेकिन रात में रिसर्च के बाद दिन में ट्रेडिंग को समय देती हैं और हर महीने करीब 1.5 लाख की कमाई कर लेती हैं। आइए जानते हैं इस महिला ट्रेडर के बारें में...

पति नेवी ऑफिसर, पत्नी हाउसवाइफ

यह कहानी है मुंबई की रहने वाली मुक्ता धामनकर (Mukta Dhamankar) की, जो न्यूट्रिशनिस्ट और यूनीसेफ में रिसर्च असिस्टेंट का काम भी कर चुकी हैं। अब हाउसवाइफ हैं। उनके पति नेवी में ऑफिसर रैंक पर हैं। शादी के बाद मुक्ता पति के साथ घूमने जाया करती और अपना काम भी करती थीं लेकिन मां बनने के बाद उनका ज्यादातर समय घर में ही बीतने लगा। एक दिन मजाक-मजाक में उन्होंने शेयर बाजार में पैसे लगाए दिए, तब उन्हें भी नहीं पता था कि एक दिन सक्सेसफुल ट्रेडर बन जाएंगी।

शेयर बाजार में पहली कमाई 2000 रुपए की

मुक्ता धामनकर ने बताया कि जब वह घर में रहने लगीं तो अपना वक्त स्टॉक ट्रेडिंग को देने लगीं। बच्चों की देखभाल करने के साथ ही शेयर बाजार (Share Market) में निवेश करती थीं। कुछ दिनों बाद शेयरों के बेचने के बाद उन्हें 2,000 रुपए का मुनाफा हुआ। इसके बाद उन्होंने रेगुलर स्टॉक ट्रेडिंग करने का फैसला किया और अब हर महीने करीब 1.5 लाख तक का मुनाफा मंथली कमाती हैं।

सुबह शाम घर का काम, फिर ट्रेडिंग

मुक्ता बताती हैं कि उनके लिए ट्रेडिंग इतना आसान नहीं था। उनका एक्सपीरियंस इसे लेकर बिल्कुल नया था। सुबह बच्चों के लिए खाना बनाकर उन्हें स्कूल भेजतीं, फिर ट्रेडिंग करने लगती थीं। उनके पापा कभी-कभी ब्लूचिप में निवेश किया करते थे, तो उनसे भी थोड़ी-बहुत जानकारी मिल जाती थी। धीरे-धीरे घर के काम से वक्त निकालकर ट्रेडिंग को समय देतीं।

रात में शेयर के लेकर करती रिसर्च

शाम में घरवालों के लिए खाना बनाने के बाद जब बच्चे सो जाते, तब मुक्ता धामनकर शेयरों के बारें में रिसर्च करतीं। ग्लोबल और इंडियन इकोनॉमिक अफेयर्स के साथ ही कार्पोरेट न्यूज बढ़तीं। इन सबके लिए करीब 1 घंटे का वक्त दिया करती थीं। फिर सुबह उठकर काम के बाद बाजार में निवेश करती थीं।

कभी घाटा तो कभी मुनाफा

मुक्ता ने बताया कि शेयर बाजार से रेगुलर इनकम कर पाना आसान नहीं था। शुरुआत में कभी घाटा तो कभी मुनाफा होता। फिर उन्होंने एक ट्रिक अपनाया और बड़ी रकम की जगह थोड़ा-थोड़ा पैसा अलग-अलग शेयरों में लगाने लगी। कभी जब 2-3 हजार का मुनाफा हो जाता तो खुश हो जाती थीं। जिस दिन 5,000 रुपए का प्रॉफिट होता, उस दिन फिर आगे ट्रेडिंग नहीं करती थीं।

ट्रेडिंग के अलावा यहां इन्वेस्टमेंट

मुक्ता धामनकर इक्विटी के अलावा म्यूचुअल फंड, सरकारी बॉन्ड, प्रॉपर्टी, गोल्ड में भी निवेश करती हैं। उनका कहना है कि बाजार में हर सेक्टर में एक आउटपरफॉर्मर और एक अंडर-परफॉर्मर होता है। इंडेक्स बढ़ने पर आउट परफॉर्मर और इंडेक्स गिरने पर अंडर परफॉर्मर अच्छा परफॉर्म करता है, बस सही मौके पर सही शेयर में बने रहना है।

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