Gulkand Business: गुलकंद बिजनेस गुलाब की पंखुड़ियों से तैयार मीठे पेस्ट पर बेस्ड है, जो पान और हेल्थ फूड में इस्तेमाल होता है। KVIC REGP के तहत इसे आसानी से कम निवेश में शुरू किया जा सकता है। बढ़ते पान, हेल्थ डिमांड के चलते मुनाफा अच्छा मिल सकता है।
Easy Village Business: क्या आप भी नौकरी करते-करते बोर हो गए हैं? अब अपना खुद का काम करना चाहते हैं, लेकिन पैसों की कमी आड़े आ रही है? अगर हां तो अब आपको ज्यादा सोचने और परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि आज हम आपके लिए एक ऐसा शानदार बिजनेस आइडिया लेकर आए हैं, जो कम निवेश में ज्यादा मुनाफा कमाकर दे सकता है। यह इतना आसान बिजनेस है कि घर से भी शुरू कर सकते हैं। यह गुलकंद (Gulkand) बनाने का बिजनेस है। खादी एंड विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन (KVIC) की ग्रोमोद्योग रोजगार योजना (Gramodyog Rojgar Yojana) के तहत आप आसानी से इसे शुरू कर सकते हैं। इसमें सरकारी सपोर्ट भी मिलता है। तो चलिए जानते हैं गुलकंद क्या होता है, किस काम आता है और इसका बिजनेस कैसे-कितने में शुरू कर सकते हैं...
गुलकंद क्या है?
गुलकंद वो मीठा पेस्ट है जो गुलाब की पंखुड़ियों से बनता है। इसे ज्यादातर पान में स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें ग्लूकोज, विटामिन और औषधीय गुण होते हैं। आयुर्वेद और होम्योपैथी में इसे एनर्जी बढ़ाने और हेल्थ के लिए बढ़िया टॉनिक माना जाता है।
गुलकंद बनाने के लिए जरूरी चीजें
गुलाब की पंखुड़ियां
चीनी
फ्लेवरिंग एसेंस
कुकिंग गैस
पैकिंग के टिन (250 ग्राम, 300 ग्राम, 1 किलो)
गुलकंद कैसे बनता है?
- सबसे पहले पानी और चीनी को मिलाकर गाढ़ा सिरप तैयार किया जाता है।
- फिर इस गर्म सिरप में गुलाब की पंखुड़ियां डालकर अच्छी तरह मिलाया जाता है।
- इसके बाद स्वाद बढ़ाने के लिए एसेंस मिलाया जाता है।
- ठंडा होने पर इसे 250 ग्राम, 300 ग्राम और 1 किग्रा के टिन में पैक किया जाता है।
गुलकंद का मार्केट कैसा है?
- गुलकंद की मांग पान खाने वालों और उसका इस्तेमाल करने वालों की संख्या पर निर्भर करती है।
- जैसे-जैसे पान की खपत बढ़ रही है, Gulkand का व्यवसाय अच्छा मुनाफा देने वाला साबित हो रहा है।
- पैकिंग और ब्रांडिंग के साथ स्थानीय और ऑनलाइन मार्केट में इसे बेचना आसान है।
गुलकंद बनाने वाले प्रोजेक्ट का खर्च
जमीन (खुद की)- 24,000 रुपए
इक्विपमेंट (गैस, स्टोव, एल्युमिनियम वेसेल्स, बड़े चम्मच और अन्य)- 50,000 रुपए
कुल कैपिटल एक्सपेंडिचर- 74,000 रुपए
वर्किंग कैपिटल- 80,000 रुपए
कुल प्रोजेक्स्ट कॉस्ट- 1,54,000
गुलकंद प्रोजेक्स्ट में अन्य खर्चे
कच्चा माल- 1,00,000 रुपए
पैकिंग और लेबल- 10,000 रुपए
मजदूरी- 96,000 रुपए
सैलरी- 1,20,000 रुपए
प्रशासनिक खर्च- 75,000 रुपए
ओवरहेड्स- 60,000 रुपए
बीमा और ब्याज सहित अन्य खर्च- 27,000 रुपए
गुलकंद बिजनेस में प्रॉफिट
| कैपसिटी | प्रोडक्शन कॉस्ट | सेल्स अनुमान | नेट प्रॉफिट |
|---|---|---|---|
| 100% | 485,360 रुपए | 750,000 रुपए | 258,000 रुपए |
| 80% | 360,690 रुपए | 600,000 रुपए | 206,000 रुपए |
| 70% | 339,750 रुपए | 525,000 रुपए | 179,000 रुपए |
| 60% | 291,220 रुपए | 450,000 रुपए | 153,000 रुपए |
गुलकंद का बिजनेस क्यों है बेस्ट?
- ₹1.5 लाख से शुरू करके लाखों का सालाना मुनाफा।
- KVIC REGP के तहत पैसा और ट्रेनिंग।
- कोई भारी मशीन या टेक्निकल स्किल नहीं चाहिए।
- पान खाने वाले और हेल्थ फूड का क्रेज बढ़ रहा है।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है। इसमें दी गई वित्तीय और बिजनेस संबंधी जानकारी kviconline.gov.in से ली गई है। इस बिजनेस में संभावित मुनाफा और रिस्क अलग-अलग मार्केट, लोकेशन, स्केल और प्रोडक्ट क्वालिटी पर निर्भर करता है। निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर या बिजनेस कंसल्टेंट से सलाह जरूर लें।
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