Ladakh Lt Governor Kavinder Gupta Eductaion: बीजेपी नेता कविंदर गुप्ता, लद्दाख के नये उपराज्यपाल नियुक्त किये गए हैं। वह जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। जानिए कविंदर गुप्ता का एजुकेशन क्वालिफिकेशन और करियर, समेत डिटेल।

Kavinder Gupta Eductaion: जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता कविंदर गुप्ता को लद्दाख का नया उपराज्यपाल नियुक्त किया। 65 साल के कविंदर गुप्ता, ब्रिगेडियर मिश्रा का स्थान लेंगे, जिन्हें 12 फरवरी, 2023 को लद्दाख का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया था। जानिए भाजपा नेता और अब लद्दाख के नए उपराज्यपाल बने कविंदर गुप्ता कौन हैं, उनका एजुकेशन, करियर समेत पूरी डिटेल।

कविंदर गुप्ता कौन हैं? (Who is Kavinder Gupta BJP)

कविंदर गुप्ता आज जम्मू-कश्मीर बीजेपी के बड़े और दिग्गज नेताओं में एक हैं। 2 दिसंबर, 1959 को जन्में कविंदर गुप्ता, मात्र 13 वर्ष की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य बन गए थे। उन्हें आपातकाल के दौरान 13 महीने की जेल की सजा भी काटनी पड़ी थी। आरएसएस में शामिल होने के बाद उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर लिया और उसके बाद शुरू हुआ उनका पॉलिटिकल करियर।

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कितने पढ़े लिखे हैं लद्दाख के नए उपराज्यपाल कविंदर गुप्ता (Kavinder Gupta Education)

कविंदर गुप्ता के ऑफिशियल चुनावी घोषणा के अनुसार 1979 में गुरु नानक देव यूनिर्सिटी से, अमृतसर से उन्होंने बैचलर ऑफ आर्ट्स में बीए की डिग्री हासिल की। एजुकेशन क्वालिफिकेशन के अनुसार उनके पास ग्रेजुएशन की डिग्री है। पेशे से उन्होंने खुद को एक बिजनेसमैन भी बताया है।

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कविंदर गुप्ता का पॉलिटिकल करियर (Kavinder Gupta Political Career)

कविंदर गुप्ता को 30 अप्रैल, 2018, कैबिनेट फेरबदल के तहत जम्मू-कश्मीर का उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया गया था, लेकिन मात्र 51 दिन बाद ही 19 जून को उन्होंने यह पद छोड़ दिया था। पद छोड़ने के पीछे का कारण यह था कि भाजपा ने महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ गठबंधन तोड़ लिया था। इससे पहले 19 मार्च, 2015 को, कविंदर गुप्ता विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए और वे इस पद पर आसीन होने वाले पहले भारतीय जनता पार्टी नेता बने। इससे पहले, वह 2005-10 तक लगातार तीन बार जम्मू शहर के मेयर चुने गए थे। उन्होंने साल 1993-98 तक भारतीय युवा मोर्चा की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रमुख के रूप में कार्य किया। 1978-79 तक विश्व हिंदू परिषद की पंजाब इकाई के सचिव भी रहे।