CEC Monthly Salary India: भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त के कंधों पर देश में होने वाले चुनावों को संपन्न कराने की बड़ी जिम्मेदारी होती है। ऐसे में जानिए इतनी अहम जिम्मेदारी निभाने वाले भारत के चीफ इलेक्शन कमिश्नर (CEC) को मंथली सैलरी कितनी मिलती है?

Chief Election Commissioner Salary 2025: भारत में होने वाले विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनावों को सपन्न कराने की जिम्मेदारी देश के मुख्य चुनाव आयुक्त के ऊपर होती है। निष्पक्ष चुनाव कराने, मतगणना से लेकर रिजल्ट तक के कार्य चीफ इलेक्शन कमिश्नर (CEC) के नेतृत्व में ही संपन्न होते हैं। ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि देश में होने वाले चुनावों को निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने जैसी बहुत ही बड़ी जिम्मेदारी निभाने वाले भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त को कितनी सैलरी मिलती है और उन्हें कौन-कौन सी सुविधाओं का लाभ मिलता है? जानिए

कितनी होती है मुख्य चुनाव आयुक्त की सैलरी?

मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों को भारत सरकार के सचिव के बराबर दर्जा और सैलरी मिलती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें महीने के 3,50,000 रुपए सैलरी मिलती है। इसके अलावा, 34,000 रुपए का मासिक व्यय भत्ता भी मिलता है, जो पूरी तरह टैक्स फ्री है।

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चीफ इलेक्शन कमिश्नर को क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं?

मुख्य चुनाव आयुक्त और उनके परिवार के लिए कई सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। जिसमें-

  • लीव ट्रैवल कन्सेशन: खुद, पति या पत्नी और परिवार के आश्रित सदस्यों के लिए साल में तीन बार।
  • महंगाई भत्ता (DA): हर छह महीने में महंगाई के हिसाब से बढ़ाया जाता है।
  • हाउस रेंट अलाउंस (HRA): अगर सरकारी आवास उपलब्ध नहीं है तो।
  • सरकारी आवास: दिल्ली में उच्च श्रेणी का बंगला, सभी आधुनिक सुविधाओं के साथ।
  • गाड़ी और ड्राइवर: निजी और ऑफिशियल काम दोनों के लिए।
  • चिकित्सा सुविधा: खुद और परिवार के लिए CGHS (Central Government Health Scheme) के तहत।
  • यात्रा भत्ता (TA): सभी आधिकारिक दौरों के लिए हवाई यात्रा का अधिकार।
  • सुरक्षा: मुख्य चुनाव आयुक्त और उनके परिवार को उच्च स्तर की सुरक्षा मिलती है, खासकर चुनाव के समय।

भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यकाल और रिटायरमेंट लाभ

भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यकाल 6 साल या 65 साल की उम्र तक होता है, दोनों में से जो भी पहले पूरा हो जाए, वही मान्य होता है। सेवा समाप्त होने के बाद उन्हें पेंशन, ग्रेच्युटी और अन्य रिटायरमेंट लाभ भी मिलते हैं। पेंशन उनके अंतिम वेतन और सेवा अवधि के आधार पर तय होती है।

Chief Election Commissioner India का काम क्या होता है?

मुख्य चुनाव आयुक्त का पद पूरी तरह स्वतंत्र होता है। उनका मुख्य काम चुनाव को निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराना है। चुनाव आयोग के फैसले सीधे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था और जनता की सोच पर असर डालते हैं। अगर तुलना करें, तो मुख्य चुनाव आयुक्त को सुप्रीम कोर्ट के जज के बराबर सैलरी और स्टेटस मिलता है, जो उनकी जिम्मेदारी और पद की गरिमा को दर्शाता है।

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