इन 5 चीजों से कभी न बनाएं तिरंगा, वरना हो सकती है जेल
Indian Flag Rules: क्या आप जानते हैं कि तिरंगा बनाते समय कुछ चीजों का इस्तेमाल करना गैरकानूनी है? जानिए कौन-कौन सी 5 चीजों से राष्ट्रीय ध्वज बनाना कानून का उल्लंघन है और जेल भी हो सकती है।

तिरंगा बनाते समय की गई ये लापरवाही पड़ सकती है भारी
तिरंगा लेने से या बनवाने से पहले सतर्क हो जाइए क्योंकि आपकी कुछ गलतियां या लापरवाही आपको जेल तक पहुंचा सकती हैं। जी हां स्वतंत्रता दिवस बस आने ही वाला है और हर तरफ तिरंगे की खरीदारी शुरू हो चुकी है। तिरंगे का सम्मान करना हर भारतीय का फर्ज है और इसके लिए कुछ नियम भी बनाए गए हैं। अगर इनका उल्लंघन हुआ, तो आपको कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए जान लीजिए कि किन 5 चीजों के इस्तेमाल से तिरंगा नहीं बनाना चाहिए।
इन चीजों से गलती से भी न बनाएं तिरंगा
तिरंगे को पहनावा बनाने की इजाजत नहीं है, खासकर कमर के नीचे पहने जाने वाले कपड़ों और तकिए, रूमाल, नैपकिन या गद्दों पर भी तिरंगे की छपाई करना गैरकानूनी है। अगर आपने ऐसा किया, तो इसे तिरंगे का अपमान माना जाएगा। और इसके लिए आपको सजा तक हो सकती है।
बिजनेस या विज्ञापन के लिए तिरंगे का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं?
अगर आप तिरंगे का उपयोग किसी व्यापारिक प्रचार या व्यवसाय के लिए कर रहे हैं, तो सरकार की मंजूरी जरूरी है। बिना इजाजत के ऐसा करना सजा योग्य अपराध है। हालांकि, खेल, सरकारी सेवा या कुछ विशेष अवसरों पर इसे सही तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है।
गाड़ी पर तिरंगा कैसे लगाएं, क्या करना है मना
कई लोग अपनी कार या बाइक पर तिरंगा लगा लेते हैं, लेकिन यह भी नियमों के तहत होना चाहिए। तिरंगे को कभी भी गाड़ी के बोनट, छत, पीछे या साइड पर चिपकाना या लहराना गलत है। अगर तिरंगे को गाड़ी पर लगाना है, तो ध्यान रखें कि वह ठीक से डंडे पर बांधा गया हो और हवा में लहराए।
तिरंगे के साथ कोई भी अपमानजनक हरकत न करें
तिरंगे को जलाना, फाड़ना, पैरों के नीचे कुचलना, जमीन पर गिराना या किसी भी तरह का अपमान करना कानूनन अपराध है। यहां तक कि तिरंगे को ठीक से न फहराना या उल्टा लहराना भी गलत माना जाता है।
तिरंगे के अपमान पर क्या हो सकती है सजा?
अगर आपने तिरंगे का अपमान किया, तो आपको 3 साल तक की जेल, जुर्माना या दोनों हो सकते हैं। तिरंगा हमारे देश की शान और पहचान है। इसका इस्तेमाल केवल गर्व, सम्मान और देशभक्ति दिखाने के लिए होना चाहिए ना कि लापरवाही या मजाक में।