सार
कोरोना काल में लैब टैक्निशियन का काम अहम साबित हो रहा है। महामारी के दौरान बड़ी मात्रा में टेस्ट हो रहे हैं ऐसे में लैब टैक्निशियन की डिमांड बढ़ गई है। इस कोर्स में अब रोजगार के अवसर भी लगातार बढ़ रहे हैं। मेडिकल लैब टेक्निशियन किसी भी बीमारी की जांच करने के लिए सबसे पहले ब्लड की जांच करते हैं।
करियर डेस्क. अगर आप साइंस स्ट्रीम के छात्र हैं तो आप लैब टेक्निशियन के रूप में अपने करियर को उड़ान दे सकते हैं। दरअसल, आजकल किसी भी बीमारी का पता लगाने के लिए डॉक्टरों द्वारा सबसे पहले ब्लड टेस्ट की सलाह दी जाती है ताकि बीमारी के वास्तविक कारण का पता लगाया जा सके। ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट का एनालिसिस करने में लैब टैक्निशियन बड़ी भूमिका निभाते हैं।
डिमांड बढ़ी
मेडिकल लैब टेक्निशियन किसी भी बीमारी की जांच करने के लिए सबसे पहले ब्लड की जांच करते हैं। इनकी रिपोर्ट के आधार पर ही डॉक्टर इलाज करते हैं। कोरोना संक्रमण काल में लैब टेक्निशियनों की डिमांड बढ़ गई है। दूसरी बड़ी वजह है कि सरकारी के साथ-साथ प्राइवेट लैब भी खुल रही हैं जिस कारण इस फील्ड में लैब टैक्निशियन की डिमांड लगातार बढ़ रही है।
प्रमुख संस्थान
- गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, इंदौर
- नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर
- गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल
- कॉलेज ऑफ लाइफ साइंसेज, ग्वालियर
- चिरायु मेडिकल कॉलेज, अमृतसर
- मणिपाल यूनिवर्सिटी, मणिपाल
- दिल्ली यूनिवर्सिटी
योग्यता
लैब टैक्निशियन के बनने के लिए 12वीं में साइंस विषय का होना जरूरी है। साइंस से 12वीं के बाद आप टेक्निशियन के सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं लेकिन अगर आप इस फील्ड में आगे बढ़ना चाहते हैं तो बयो टेक्नोलॉजी से ग्रेजुएशन भी कर सकते हैं।
इन क्षेत्रों में मौके
- इम्यूनोलॉजी
- माइक्रोबायोलॉजी
- ब्लड बैंकिंग
- साइटोटेक्नोलॉजी
कौन से पद पर कर सकते हैं काम
- पैथोलॉजी लैब टेक्निशियन
- कंसल्टेंट
- हेल्थ एंड सेफ्टी ऑफिसर
- सुपरवाइजर
- मेडिकल लैब टेक्निशियन