महिलाओं को जॉब देने में देश की टॉप 10 कंपनियों में टीसीएस, इंफोसिसिस, विप्रो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, रिलायंस इंडस्ट्रीज, मदर्सन सुमी सिस्टम्स जैसी कंपनियां शामिल है। बैंकों में भी महिलाओं की अच्छी खासी संख्या है।
करियर डेस्क : महिला दिवस (Women's Day 2023) पर कहानी डॉक्टर से IAS बनने वालीं रेनू राज (Renu Raj) की। डॉक्टरी करने के दौरान जब भी वक्त मिलता UPSC की तैयारी में जुट जाती थीं। अपनी मेहनत की बदौलत उन्होंने देश की सबसे कठिन परीक्षा में 2nd रैंक हालिस की।
करियर डेस्क : महिला दिवस पर कहानी देश की पहली नेत्रहीन IAS प्रांजल पाटिल (Pranjal Patil) की। 6वीं में ही उनकी आंखों की रोशनी छिन गई लेकिन उनका हौसला नहीं छिन सका। आंखें न होने के बावजूद भी उन्होंने चुनौतियों से हार नहीं मानी और आज इस मुकाम पर हैं।
तालीबान को जवाब देते हुए रजिया मुरादी ने कहा कि 'मैं अफगानिस्तान में शिक्षा से वंचित महिलाओं का प्रतिनिधित्व करती हूं। तालिबान को बताना चाहती हूं कि अगर हम महिलाओं को मौका मिले तो हम कहीं भी सफलता हासिल कर सकती हैं।’
सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो आपके पास केंद्र सरकार के मंत्रालय में जॉब पाने का शानदार मौका है। 10वीं-12वीं और ग्रेजुएट पास स्टूडेंट्स इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं। आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
इस स्कूल में पढ़ाई के दौरान छात्रों को हर महीने 5 हजार रुपए तक मिलता है। 4 साल की पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्रों को 1 लाख रुपए और 6 साल की पढ़ाई के बाद 2 लाख रुपए दिए जाते हैं। यह राशि हर महीने मिलने वाली राशि से अलग होती है।
सिराजुद्दीन के गांव की आबादी 500 की है। गांव में 100 घर हैं, जिनमें से 22 से ज्यादा घरों में लाइब्रेरी बन चुकी है। उन्हीं की तरह हेल्मतपोरा में मुबाशिर मुश्ताक भी लाइब्रेरी की मदद से कश्मीर को 'ज्ञान की घाटी' बनाना चाहते हैं।
मुगलकाल में होली का उत्सव ईद-ए-गुलाबी और आब-ए-पाशी नाम से जाना जाता था। मुगलों के अंतिम शासक जफर ने तो होली पर विशेष गीत भी लिखे, जिसे होरी नाम दिया गया। इन गानों की एक सीरीज भी बनी है।
नीट का यह एग्जाम दोपहर 12 बजे 30 मिनट पर शुरु होगा और खत्म हो जाएगा। इसके अलावा एग्जामिनेशन के लिए एंट्री सुबह 7 बजे से शुरु हो जाएगी। सुबह 8 के बाद किसी भी कैंडिडेट को एंट्री नहीं दी जाएगी।
वैज्ञानिकों का कहना है कि ह्यूमन टिश्यूज से लैब में छोटे-छोटे दिमाग विकसित किए गए हैं। ये ऑर्गेनॉयड दर्द भी महसूस करेंगे और इमोशन भी। हालांकि इस पर सवाल उठ रहा है कि मिनी ब्रेन तैयार करने के लिए कोशिकाएं देने वालों से मंजूरी ली गई है या नहीं?