EWS कोटे में उन बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन दिया जाता है, जिनके अभिभावकों की एनुअल इनकम एक लाख से कम है। करीब 40,000 सीटों पर दाखिला दिया जाता है। पहले ड्रॉ में 25 हजार बच्चों का नाम है।
सुरेखा यादव महाराष्ट्र के सतारा की रहने वाली हैं। पहली बार 1988 में उन्होंने ट्रेन चलाया था, तब देश ही नहीं एशिया की पहली महिला लोको पायलट बन गई थीं। वह कभी लोको पायलट नहीं बनना चाहती थी। उनका मन था कि वे टीचर बनकर बच्चों को पढ़ाएं।
टीएस इंटर फर्स्ट और सेकेंड ईयर के स्टूडेंट्स का एडमिट कार्ड ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी कर दिया गया है। छात्र बिना देरी किए अपना हॉल टिकट डाउनलोड कर लें। एग्जाम 15 मार्च, 2023 से शुरू होने जा रहा है।
पाई (π) को Mathematics की जान कहा जाता है। यह एक मैथेमैटिकल कॉन्स्टेंट है, जिसका मान 3.14159 होता है। यह सबसे महत्वपूर्ण गणितीय और भौतिक नियतांकों में से एक है। मैथ्य के प्रॉब्लम्स सॉल्व करने में कई जगह इसका इस्तेमाल किया जाता है।
नीट पीजी 2023 रिजल्ट का इंतजार कर रहे करीब 2 लाख कैंडिडेट्स का इंतजार खत्म होने वाला है। रिपोर्ट मिल रही है कि जल्द ही नतीजों की घोषणा कर दी जाएगी। स्टूडेंट्स अपने डॉक्यूमेंट्स तैयार रखें। रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रक्रिया होगी।
इस साल असम में बोर्ड परीक्षा विवादों में रही। पहले 12वीं के पेपर लीक होने की खबर मिली। हालांकि बोर्ड ने इससे इनकार कर दिया था। फिर 10वीं इंग्लिश के पेपर में जमकर नकल हुए और इसका वीडियो भी जमकर वायरल हुआ।
करियर डेस्क : डॉक्टर से IPS अफसर बनने वाली डॉ. ज्योति यादव (Jyoti Yadav) पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस से शादी करने जा रही हैं। डॉक्टर ज्योति ने यूपीएससी में 437वीं रैंक हासिल की थी। उनकी यहां तक की जर्नी काफी दिलचस्प है। आइए जानते हैं..
सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे हैं और आप 10वीं पास हैं तो आपके पास शानदार मौका है। डाक विभाग में वैकेंसी निकली है। आवेदन की आखिरी तारीख 31 मार्च, 2023 हैं। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार जल्दी आवेदन कर दें।
करियर डेस्क : कभी काम, कभी अंदाज तो कभी खूबसूरती..देश की कई महिला IAS अफसर सोशल मीडिया पर अक्सर छाई रहती हैं। उनकी एक-एक पोस्ट पर लाखों लाइक्स मिलते हैं। Facebook, Twitter, Instagram पर उनके फॉलोवर्स की संख्या भी अच्छी खासी है। देखें Photos..
करियर डेस्क : UPSC में 55वीं रैंक पाकर IPS बनने वाले अक्षत कौशल (Akshat Kaushal) उन स्टूडेंट्स के लिए मिसाल है, जो एक-दो बार की असफलता के बाद तैयारी छोड़ देते हैं। 5 बार असफल होने वाले अक्षत 17 दिनों की तैयारी ने अफसर बन गए. उनकी सक्सेस से 5 सीख..