सार
एक तरफ आज पूरा देश धूमधाम से महाशिवरात्रि (Maha Shivratri 2022) मना रहा है। लेकिन वहीं छत्तसीगढ़ के सरगुजा जिले में कुछ परिवारों में मातम की चीखें सुनाई दे रही हैं। जहां एक बारातियों से भरी बस अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई।
सरगुजा (छत्तीसगढ़). एक तरफ आज पूरा देश धूमधाम से महाशिवरात्रि (Maha Shivratri 2022) मना रहा है। लेकिन वहीं छत्तसीगढ़ के सरगुजा जिले में कुछ परिवारों में मातम की चीखें सुनाई दे रही हैं। जहां एक बारातियों से भरी बस अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई। जिसमें तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई तो वहीं 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इस हादसे के बाद मौके पर
दुल्हन घर भी नहीं पहुंची और सुनाई देने लगीं मौत की चीखें
दरअसल, यह भीषण सड़क हादसा सोमवार देर रात हुआ। जहां बस बारातियों को लेकर वापस लौट रही थी। इसी दौरान बस अंबिकापुर-रायगढ़ नेशनल हाईवे 43 में लालमाटी गांव के पास जा पलटी। जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में एक 4 साल का बच्चा भी शामिल है। 6 से ज्यादा लोग घायल हैं। इनमें 2 की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस टीम पहुंची और घायलों को अस्पाताल पहुंचाया गया।
सिर्फ इस गलती से हुआ ये भीषण हादसा
वहीं मामले की जांच करने के लिए मौके पर पहुंचे एडिशनल एसपी अंबिकापुर विवेक शुक्ला ने बताया कि हादसे वाली बस रघुनाथपुर के एक निजी स्कूल की थी, जिसे बारात के लिए किराए पर लिया गया था। जांच के दौरान पता चला है कि बस का ड्राइवर शराब के नशे में था और वह नशे में बस को तेज रफ्तार चला रहा था। बताया जाता है कि इस दौरान कुछ लोगों ने उससे बस को धीमी गति करने का भी कहा था। लेकिन वह नहीं माना। इतना ही नहीं वो बीच-बीच में स्टेरिंग छोड़कर वह गाना भी गा रहा था। बस इसी लापरवाही के चलते हादसा हो गया और तीनों लोगों की मौत हो गई।
विदाई के बाद वापस घर लौट रही थी बारात
बता दें कि सिकिलमा के निवासी सी कमल खलखो की बारात सोमवार सुबह नानदमाली गांव हुई थी। इस बस में करीब 35 से 40 बाराती सवार थे। वहीं दूल्हा किसी कार गया हुआ था। बस में महिलाएं और बच्चे भी थे। विदाई के बाद सभी बाराती रात को 10 से 11 के बीच वापस लौट रहे थे। उसी दौरान अंबिकापुर-रायगढ़ नेशनल हाईवे 43 में लालमाटी गांव के पास बस अनियंत्रित होकर पलट गई।