वेरो कोशिकाओं के नष्ट होने के बाद वायरस भी निष्क्रिय हो जाता या मर जाता और शुद्ध हो जाता है। इस निष्क्रिय या मर चुके वायरस का उपयोग अंतिम वैक्सीन बनाने में किया जाता है।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का असर धीरे-धीरे कम होता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में 62 हजार नए केस मिले हैं, जबकि 2540 लोगों को जान गंवानी पड़ी। हालांकि रिकवरी लगातार बेहतर बनी हुई है। बीते दिन 1.07 लाख लोग रिकवर हुए।
भारत में कोविड 19 वैक्सीनेशन मिशन की निगरानी करने वाले राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) के अध्यक्ष डॉ एनके अरोड़ा ने कोविशील्ड की दो डोज के बीच अंतर बढ़ाए जाने को लेकर उठे सवालों पर कहा है कि यह फैसला वैज्ञानिक तरीके से लिया गया है। उन्होंने यूके में अपनाए गए इसी तरह के मॉडल का भी जिक्र किया।
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर की रहने वाली रुपाली 25 साल की है। कोरोना को हराने के दौरान उन्होंने महसूस किया कि शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक रूप से मजबूत होने पर वायरस को हराया जा सकता है।
पंजाब में नाइट curfew अब रात आठ बजे से सुबह पांच बजे तक प्रभावी रहेगा। जबकि वीकेंड प्रतिबंध शनिवार रात आठ बजे से सोमवार सुबह पांच बजे तक रहेगा।
तेल अवीव. कोरोना महामारी के दौरान घरों में मास्क लगाने को लेकर इजराइल सरकार ने बड़ा फैसला किया है। इजराइल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने घोषणा की है कि घर के अंदर फेस मास्क पहनना अब अनिवार्य नहीं है। मंगलवार से घरों में मास्क लगाने की अनिवार्यता को हटा लिया गया।
लंदन. कोरोना महामारी में वायरस से बचने के लिए हर कोई मास्क लगाकर घूम रहा है। लेकिन सोचिए तब कैसा हो जब आपको पता चल जाए कि आपके आस-पास कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित है या नहीं? ब्रिटिश वैज्ञानिकों की एक टीम ने एक ऐसा मॉनिटर बनाया है जो 15 मिनट के भीतर एक कमरे में कोविड-19 संक्रमण का पता लगा सकता है। अगर कमरा बड़ा है तो संक्रमण का पता लगाने में 30 मिनट का समय लग सकता है।
देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर कमजोर पड़ गई है। 75 दिनों बाद सबसे कम 60 हजार नए केस सामने आए हैं। वहीं, मौतें भी 3000 से नीचे हुई हैं। तमिलनाडु को छोड़कर बाकी सभी राज्यों में नए केस 10000 से नीचे हैं। देश में संक्रमण दर सिर्फ 3.45% बची है।
प्रतिबंधों को 1 जुलाई तक बढ़ाने की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि लोगों का मूवमेंट रात 9 बजे से 5 बजे सुबह तक प्रतिबंधित रहेगा।
मुंबई में 520 एकड़ क्षेत्र में फैला धारावी क्षेत्र एशिया का सबसे बड़ा स्लम है। सबसे घनी आबादी वाले इस क्षेत्र में दस लाख से अधिक लोग रहते हैं।