सार

आयुर्वेद में जामुन को एक सुपरफूड माना गया है। अब आपको जामुन खाने के लिए पूरा साल इंतजार करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि आज हम आपको बताने वाले हैं इससे बनने वाले सुपर टेस्टी जैम की रेसिपी।
 

फूड डेस्क : बारिश का सीजन शुरू हो चुका है और साथ ही शुरू हो गया है सड़कों के किनारे मिलने वाले जामुन का मौसम भी। जामुन एक ऐसा फल है जो गर्मी और बरसात के बीच में बहुत कम समय के लिए आता है। जामुन सिर्फ खाने में ही नहीं बल्कि सेहत में भी कमाल है। लेकिन जामुन का सीजन बहुत कम समय के लिए रहता है ऐसे में लोग सिर्फ एक या 2 महीने तक ही अच्छे जामुन का लुत्फ उठा सकते हैं, पर अब आपको जामुन खाने के लिए पूरा साल इंतजार करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि आज हम आपको बताने वाले हैं इससे बनने वाले सुपर टेस्टी जैम की रेसिपी, जो सालभर आपकी जामुन की क्रेविंग को पूरा कर सकता है और बहुत ही स्वादिष्ट होता है। इसे बनाने के लिए हमें चाहिए-
जामुन – 1/2 किलो
सेब – 1
ब्राउन शुगर – 1 कप
पानी – 1/2 कप

विधि
- जामुन का जैम बनाने के लिए सबसे पहले जामुन को अच्छी तरीके से धो लें और बीच से काट लें।
- अब बड़े बर्तन में पानी उबालने रख दें और उबलते हुए पानी में जामुन को डाल दें। जैसे ही जामुन उबलने लगेंगे आप देखेंगे कि जामुन के बीज इससे अलग हो गए है। इस समय गैस बंद कर दें और बीज को जामुन से अलग करके साइड कर दें।
- इसके बाद पैन में चीनी और सेब काटकर मिला लें और इसे लगभग 20 मिनट तक पकाएं जब तक यह थिक कंसिस्टेंसी का ना हो जाए।
- जब सेब और चीनी अच्छे से मिल जाए तो इसे जामुन वाल पैन मिला दें और अच्छी तरीके से मैश करते हुए 10 मिनट तक और पका लें।
- इसके बाद जामुन के जैम को किसी साफ जार में भर के फ्रिज में रख दें और जब भी आपका मन हो ब्रेड के ऊपर या पराठे के ऊपर इस जैम को लगाकर खुद भी खाएं और बच्चों को भी खिलाएं। यह जैम कई महीनों तक आपके फ्रिज में ताजा बना रह सकता है और आप मौसम में जामुन का स्वाद चख सकते हैं।

जामुन खाने के फायदे
आयुर्वेद में जामुन को एक सुपरफूड माना गया है। यह डायबिटीज कंट्रोल करने से लेकर पाचन क्रिया को बेहतर करने में भी मददगार होता है। साथ ही किडनी स्टोन के इलाज के लिए भी यह फायदेमंद माना जाता है। इतना ही नहीं यह कील मुंहासे और पिंपल्स को भी दूर करता है। जामुन या इसकी पत्तियों के रस को स्किन पर लगाने से स्किन पर बढ़ते हुए ऑयल और सीबम के सेक्रेशन को रोका जा सकता है। साथ ही यह ब्लड को भी प्यूरिफाई करता है। मुंह के छालों के लिए भी जामुन के पत्तों का सेवन करना चाहिए। इतना ही नहीं जामुन के बीज को सुखाकर इसका पाउडर का इस्तेमाल करने से डायबिटीज को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।

जामुन में मौजूद पोषक तत्व
जामुन में आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेड का बहुत अच्छा सोर्स है। जामुन का सिर्फ फल ही नहीं, इसके पेड़ की छाल, पत्तियां और फल की गुठली भी बहुत फायदेमंद होती है। बड़ों के साथ ही ये फल बच्चों के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसलिए आपको इसका सेवन जरूर करना चाहिए।

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