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आखिर क्यों Makar Sankranti के दिन खाई जाती है उड़द दाल की खिचड़ी ? वजह जान आप भी बनाने को हो जाएंगे तैयार
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सालों से हम देखते आ रहे है कि हमारे घरों में संक्रांति के दिन खिचड़ी बनाई जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि चावल को चंद्रमा का प्रतीक, उड़द दाल को शनि का और हरी सब्जियां का संबंध बुध से माना जाता है। इसलिए कहते हैं कि मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी खाने से राशि में ग्रहों की स्थिति मजबूत होती है।
इतना ही नहीं उड़द दाल की खिचड़ी (Khichdi) का सूर्यदेव को भोग लगाने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। इस दिन खिचड़ी खाने से सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं और शनिदेव (Shani Dev) के प्रकोप से मुक्ति मिलती है।
इस बार मकर संक्रांति का त्योहर गुरुवार को है, ऐसे में लोग सोच रहे हैं कि आज के दिन खिचड़ी खाएं या नहीं, क्योंकि कहा जाता है कि बृहस्पतिवार के दिन खिचड़ी खाने से धन और मान-सम्मान की हानि होती है।
आज के दिन सूर्य, शनि और गुरु सभी मकर राशि में होते हैं। इसलिए खिचड़ी का सेवन करने से कोई दोष नहीं लगता है। आज के दिन खिचड़ी नवग्रहों और भगवान का प्रसाद मानी जाती है। इसलिए आज आप बिना किसी विचार के खिचड़ी का सेवन कर सकते हैं।
खाने के साथ ही मकर संक्रांति के दिन चावल, उड़द दाल, घी, गुड़ और नमक का दान करें। ऐसा करने से सभी दोषों से मुक्ति मिलती है।
मान्यतों के अलावा सेहत के लिहाज से भी खिचड़ी बहुत फायदेमंद होती है। इसमें दाल और ढेर सारी सब्जियां होती है, इसलिए यह पोषक तत्वों से भरपूर रहती है। एक प्लेट खिचड़ी में आपको सभी जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स मिल जाते हैं।
अगर आपको पेट से जुड़ी कोई भी बीमारी हो तो खिचड़ी खाएं, क्योंकि ये पचाने में काफी आसान होती है। इसलिए डॉक्टर खिचड़ी खाने की सलाह देते हैं।
सर्दियों में देसी घी के साथ और गर्मियों में दही के साथ खिचड़ी खाने से वजन नहीं बढ़ता है, क्योंकि ये आसानी से पच जाती है और इस वजह से ब्लोटिंग और मोटापे जैसी शिकायत नहीं रहती है।