- Home
- States
- Madhya Pradesh
- 32 साल में सैलरी 60 लाख, लेकिन ऊपरी कमाई इतनी कि नोट गिनते-गिनते EOW टीम के हाथ दु:खने लगे
32 साल में सैलरी 60 लाख, लेकिन ऊपरी कमाई इतनी कि नोट गिनते-गिनते EOW टीम के हाथ दु:खने लगे
- FB
- TW
- Linkdin
सुशील कुमार मिश्रा के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि उन्होंने काफी काली कमाई जुटा रखी है। इसके बाद EOW की टीम ने सतना के मारुति नगर स्थित गली नंबर 7 के उनके मकान पर छापा मारा।
सुशील कुमार मिश्रा 1990 में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में लैब असिस्टेंट के पद पर नियुक्त हुए थे। फिर 2006 में उन्हें केमिस्ट के पद पर पदोन्नति दी गई। 2020 में उन्हें जूनियर वैज्ञानिक के रूप में प्रमोशन हुआ। अब तक उन्हें सैलरी से ₹60 लाख रुपए की आय हुई होगी। लेकिन प्रॉपर्टी 7 करोड़ से अधिक की निकली।
सुशील मिश्रा की बहू ज्योति मिश्रा 6 साल से सतना के रामपुर बघेलान में पटवारी हैं। उनके पास से भी कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं। सुशील कुमार खुटहा के पास ग्राम गोरसरी के मूल निवासी हैं। इनका बड़ा बेटा ज्ञानेंद्र मिश्रा ठेकेदार है। छोटा बेटा अनिल मिश्रा पढ़ाई करता है।
अब तक इतना कुछ मिला
नकद-30,30,860 रुपये। सोने चांदी के जेवरात–कीमत 8,18,725 रुपये। 21 बैंक खाते और चार बीमा पालिसी। 29 रजिस्ट्री के दस्तावेज- कीमत 1,75,54,203। दो मंजिला मकान-कीमत 37,50,000। तीन चार पहिया व तीन दो पहिया वाहन- कीमत 50 लाख। 35 विक्रय अनुबंध, जिसमें 3,82,72,742 रुपये के जमीनी क्रय अनुबंध शामिल।
सुशील कुमार मिश्रा के यहां छापामार कार्रवाई के बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में हड़कंप मच गया है। खासकर, ऊपरी कमाई करने वालों में घबराहट है।