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IPL स्पॉन्सर जीतने वाली Dream 11 के ब्रांड एंबेसडर हैं धोनी, टाटा-जियो को हराने वाली कंपनी के बारे में जानें
नई दिल्ली. ड्रीम इलेवन (Dream 11) कंपनी इंडियन प्रीमियर लीग की नई टाइटल स्पॉन्सर होगी। ड्रीम -11 कंपनी ने 222 करोड़ रुपए में आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप जीती है। यह जानकारी आईपीएल के चेयरमैन बृजेश पटेल ने दी। बीसीसीआई ने नई कंपनी के साथ 18 अगस्त से 31 दिसंबर 2020 तक ही कॉन्ट्रैक्ट किया है। आईए जानते हैं कि आखिर ड्रीम इलेवन ऐसी कौन सी कंपनी है, जिसने टाइटल स्पॉन्सरशिप के मामले में टाटा, जियो जैसी कंपनियों को पीछे छोड़ दिया।
| Published : Aug 18 2020, 03:42 PM IST / Updated: Aug 18 2020, 05:34 PM IST
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कब शुरू हुई कंपनी?
ड्रीम 11 ऑनलाइन स्पोर्ट्स गेम कंपनी है। ड्रीम 11 कंपनी 2008 में बनी थी। इस कंपनी के फाउंडर हर्ष जैन और भावित सेठ हैं। पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी कंपनी के ब्रांड एम्बेसडर हैं।
आईपीएल से 2 साल पुराना नाता
कंपनी का आईपीएल से 2018 नाता है। कंपनी आईपीएल की ऑफिशियल पार्टनर भी है। इतना ही नहीं कंपनी का आईपीएल खेलने वाली 7 कंपनियों के साथ करार भी है। ड्रीम 11 ने 2018 में आईपीएल के साथ 120 करोड़ रुपए में तीन साल का कॉन्ट्रैक्ट भी किया है।
5 राज्यों में है बैन
ड्रीम 11 कंपनी ऑनलाइन स्पोर्ट्स गेम कंपनी है। भारत में ऑनलाइन स्पोर्ट्स गेम को गैंबलिंग के तौर पर देखा जाता है। यही वजह है कि कंपनी पर 5 राज्यों में बैन है। ये राज्य असम, ओडिशा, तेलंगाना, नागालैंड और सिक्किम हैं। इस कंपनी को लेकर देश की तमाम अदालतें भी अलग अलग फैसला सुना चुकी हैं।
कंपनी के भारत में 8 करोड़ यूजर्स
भारत में मौजूदा वक्त में 70 फैंटेसी स्पोर्ट्स कंपनियां हैं। लेकिन ड्रीम 11 सबसे बड़ी कंपनी है। कंपनी का दावा है कि उसके मौजूदा वक्त में 8 करोड़ यूजर्स हैं। ड्रीम 11 युवाओं में काफी लोकप्रिय है।
बीसीसीआई में भी हुआ था विरोध
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, आईपीएल से जब ड्रीम 11 ने करार किया था, उस वक्त बीसीसीआई के टॉप अधिकारियों ने इसका विरोध किया था। हालांकि, बीसीसीआई ने इसे हरी झंडी दिखाकर करार कर लिया था।
गेम खेलकर कमा सकते हैं पैसा
ड्रीम 11 एक ऑनलाइन गेम है। इसमें खेलते वक्त आपको खिलाड़ियों की प्लेइंग इलेवन चुननी पड़ती है और मैच के स्कोर के मुताबिक, खिलाड़ियों का प्रदर्शन देखा जाता है। इसमें आप पैसे भी लगा सकते हैं। पैसे और स्पर्धा के मुताबिक ही जीतने पर आपको पैसा वापस मिलता है। इतना ही नहीं कंपनी आपके पैन कार्ड और बैंक की भी डिटेल मांगती है।
क्या कहते हैं फाउंडर ?
कंपनी के फाउंडर भावित सेठ का कहना है कि कंपनी 2017 में कंपनी के पक्ष में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया था। वहीं, सुप्रीम कोर्ट भी इस स्पोर्ट्स गेम के खिलाफ याचिका को रद्द कर चुका है।