- Home
- National News
- राफेल के बाद इस स्वदेशी विमान से कांपेगा दुश्मन, इसके सामने नहीं टिकता पाकिस्तान का जेएफ-17 विमान
राफेल के बाद इस स्वदेशी विमान से कांपेगा दुश्मन, इसके सामने नहीं टिकता पाकिस्तान का जेएफ-17 विमान
नई दिल्ली. भारतीय सेना ने आत्मनिर्भर भारत की ओर एक और ठोस कदम उठाया है। अब सेना ने स्वदेशी तेजस विमान को पाकिस्तान से लगी सीमा पर निगरानी के लिए तैनात किया है। तेजस पाकिस्तान की हरकत पर नजर रखेगा। जहां पाकिस्तान पर चीन से मिले अत्याधुनिक फाइटर जेट्स हैं, ऐसे में सवाल उठता है कि भारत ने फ्लाइंग बुलेट एलसीए तेजस (LCA Tejas) को ही क्यों तैनात किया है। आईए जानते हैं कि भारत के तेजस के मुकाबले पाकिस्तान को चीन से मिले जेएफ-17 फाइटर जेट में कितना दम है और दोनों में कौन बेहतर है?
| Published : Aug 19 2020, 10:52 AM IST
- FB
- TW
- Linkdin
एलसीए तेजस पूरी तरह स्वदेशी विमान है। इसका नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिया था। वहीं, पाकिस्तान के पास चीन से खरीदे हुए जेएफ 17 विमान हैं। हालांकि, जेएफ-17 में 58% एयरप्रेम पाकिस्तानी, जबकि 42% चीन और रूस का डिजाइन है।
तेजस राफेल की तरह सिंगल सीटर विमान है। जबकि ट्रेनी विमान 2 सीटर है। वहीं, जेएफ-17 में भी सिंगल और टू सीटर विमान शामिल हैं।
तेजस हवा से हवा और हवा से जमीन पर मिसाइल दागने में सक्षम है। वहीं, इसमें एंटीशिप मिसाइल, बम और रॉकेट भी लगाए जा सकते हैं। तेजस एक बार में 54 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है। इसमें इजरायल का मल्टी मोड रडार सिस्टम लगा है। यह दुश्मन को आसानी से चकमा भी दे सकता है।
जेएफ-17 की अधिकतम स्पीड 1975 किमी प्रतिघंटा है। वहीं, जबकि तेजस की स्पीड 2222 किमी प्रति घंटा है। जेएफ-17 एक बार में 12383 किलोग्राम वजन उठा सकता है, वहीं तेजस 13500 किलोग्राम वजन ले जा सकता है।
तेजस 43.5 फीट लंबा और 14.9 फीट ऊंचा है। जबकि जेएफ-17 फाइटर 49 फीट लंबा और 15.5 फीट ऊंचा है। तेजस जेएफ-17 फाइटर से हल्का और आकार में भी छोटा है। इससे यह क्लोज कॉम्बेट में मदद करता है।
तेजस में 6 तरह की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें तैनात की जा सकती हैं। इसमें डर्बी, पाइथन-5, आर-73, अस्त्र, असराम, मेटियोर, 2 तरह की हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें ब्रह्मोस एनजी और एंटी रेडिएशन मिसाइल और ब्रह्मोस-एनटी शिप मिसाइल तैनात की जा सकती हैं।
तेजस में लेजर गाइडेड बम, गाइडड बम और क्लस्टर हथियार भी लगाए जा सकते हैं। हालांकि, जेएफ-17 में भी ये हथियार लगाए जा सकते हैं। लेकिन मल्टी रोड रडार सिस्टम तेजस को जेएफ -17 से ज्यादा खतरनाक है।