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टोक्यो पैरालिंपक में भारत की झोली में बरसे मेडल, किसी ने गोल्ड पर निशाना लगाया तो किसी ने चांदी पर फेंका भाला
टोक्यो. टोक्यो पैरालिंपक (Tokyo Paralympics) में सोमवार को भारत की शुरुआत शानदार रही। अवनि लखेरा ने जहां गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा वहीं, भारत के खाते में दो सिल्वर मेडल भी आए। भारत के योगेश कथुनिया ने F56 डिस्कस थ्रो इवेंट में सिल्वर मेडल जीता है। तो देवेंद्र झाझरिया ने जेवलिन थ्रो में सिल्वर मेडल और सुंदर सिंह ने ब्रॉन्ज हासिल किया है। सभी विजेताओं को पीएम मोदी ने बधाई दी है। आइए जानते हैं कौन-कौन से खिलाड़ियों ने जीता मेडल।
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पीएम मोदी ने दी बधाई
पीएम मोदी ने सभी मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को ट्वीट कर बधाई दी है। पीएम मोदी ने गोल्ड जीतने वाले अविन लखेरा के अलावा सभी खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। टोक्यो पैरालिंपिक में भारत अब तक 7 मेडल जीत चुका है। जिसमें एक गोल्ड, चार सिल्वर औऱ 2 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं।
देवेंद्र झाझड़िया से थी गोल्ड की उम्मीद
टोक्यो पैरालिंपिक्स में देवेंद्र झाझड़िया से भारत को गोल्डन जीत की उम्मीद थी लेकिन इस बार वो ऐसा नहीं कर सके। उन्हें श्रीलंका के हेराथ के कड़ी चुनौती मिली। फाइनल में देवेंद्र पिछड़ गए और उन्हें सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा।
सुंदर सिंह ने जीता कांस्य पदक
वहीं, देश को जेवलिन थ्रो में कांस्य पदक भी मिला। सुंदर सिंह गुर्जर शुरू से ही टॉप फोर में बने रहे। एक बार तो वो सिल्वर मेडल के दावेदार भी बनते दिखे लेकिन फिर हमवतन देवेंद्र ने उन्हें तीसरे नंबर पर धकेल दिया।
डिस्कस थ्रो में सिल्वर मेडल
टोक्यो पैरालंपिक्स में भारत के योगेश कथुनिया ने डिस्कस थ्रो में सिल्वर मेडल जीता। वह पुरुषों के डिस्कस थ्रो 56 फाइनल में दूसरे स्थान पर रहे। सोमवार को उन्होंने अपने छठे और आखिरी प्रयास में (44.38 मीटर, सीजन बेस्ट) अपना सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया और पदक पर कब्जा कर लिया। आठ साल की उम्र में लकवाग्रस्त होने वाले योगेश ने अपने छठे और अंतिम प्रयास में 44.38 मीटर चक्का फेंककर दूसरा स्थान हासिल किया। विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता योगेश ने टोक्यो में अपनी स्पर्धा की शुरुआत की।