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मैदान पर भी महफूज नहीं महिला खिलाड़ी! वो 10 मामले जब एथलीट्स के शॉकिंग खुलासों से हिल गया खेल जगत
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वो 10 मामले जब खेल जगत को होना पड़ा शर्मसार
स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो साल 2010 से लेकर 2019 तक खेल मंत्रालय के सामने साईं केंद्रों में 45 यौन शोषण के मामले सामने आ चुके हैं और कई मामले तो ऐसे हैं जिनकी शिकायत भी नहीं हुई है।
2 साल पहले तमिलनाडु में महिला खिलाडियों ने कोच पर नागराजन के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था और बताया था कि कई सालों से कोच महिला खिलाड़ियों पर बुरी नजर डालता है। उन्होंने कई बार शिकायत भी की, लेकिन सबूत नहीं मिलने के चक्कर में केस दब गए।
साल 2015 में झारखंड के बोकारो जिले में ताइक्वांडो की एक खिलाड़ी ने अपने कोच पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। महिला का आरोप था कि खेल में आगे बढ़ाने का लालच देकर कोच उसके साथ शारीरिक संबंध बनाना चाहता था।
उसी साल यानी कि 2015 में केरल के साईं केंद्र में महिलाओं के यौन शोषण की ऐसी घटना हुई जिसने सभी को हिलाकर रख दिया। यहां 4 महिला खिलाड़ियों ने आत्महत्या की कोशिश की थी, जिसमें से एक की मौत हो गई थी। उनका आरोप था कि वहां उनका शारीरिक शोषण हो रहा है और जब यह सब बर्दाश्त से बाहर हो गया तो उन्होंने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की।
2014 में एशियन गेम्स के वक्त एक महिला जिमनास्टिक के साथ इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम में सेक्सुअल हैरेसमेंट हुआ था। जिसका आरोप कोच मनोज राणा पर लगा था और उनके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया था।
महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी ने 2010 में कोच के खिलाफ गंदी हरकतें करने और यौन प्रताड़ना करने का आरोप लगाया था। इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए भारतीय हॉकी महासंघ ने कोच को उनके पद से हटा दिया था।
इतना ही नहीं तमिलनाडु बॉक्सिंग एसोसिएशन के सेक्रेटरी पर भी एक महिला ने 2011 में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। उसका आरोप था कि सेक्रेटरी ने उसे टीम में सेलेक्ट करने के बदले शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया था।
हैदराबाद के लाल बहादुर स्टेडियम में 2009 में एक महिला बॉक्सर के सुसाइड की घटना ने पूरे खेल जगत को हिला कर रख दिया था। इस केस में भी कोच पर ही आरोप लगा था और महिला ने सुसाइड नोट में लिखा था कि कोच उसका यौन उत्पीड़न करता था।
आंध्र प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सेक्रेटरी पर 2009 में एक महिला खिलाड़ी ने रेप का आरोप लगाया था। जिसके बाद कोच के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया था।
पिछले साल केरल की बास्केटबॉल प्लेयर लिथारा ने आत्महत्या कर ली थी। 26 अप्रैल 2021 को उसकी लाश घर पर पंखे से लटकी हुई मिली थी। बताया गया था कि महिला ने अपने कोच के खिलाफ आवाज उठाई थी, जिसके बाद से वो उसका यौन उत्पीड़न करने लगा। जिसके चलते खिलाड़ी ने अपनी जान दे दी थी।
और अब बात करते हैं हाल ही में हुए मामले की जब दिल्ली के जंतर मंतर में 30 महिला पहलवानों ने मोर्चा खोल दिया और भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर ही यौन शोषण का आरोप लगाया। पहलवान विनेश फोगाट ने नेशनल कैंप के कोच पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा कि हम प्रधानमंत्री को सबूत देने को तैयार हैं कि कैसे और कब महिला पहलवानों का यौन शोषण हुआ है।
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