आसमान से बरसा आग का गोला, लोग बोले- ऐसा लगा पृथ्वी का अंत आ गया
हटके डेस्क : अंतरिक्ष में कई ऐसी चीजें हैं जो वैज्ञानिकों के लिए खोज का विषय है। उन्हीं में से एक उल्कापिंड (meteorite),जब अंतरिक्ष से कोई चीज धरती की तरफ आती है तो वैज्ञानिक अलर्ट हो जाते हैं। उल्कापिंड एक ब्रह्मांडीय पत्थर है जिसका आकार छोटे पत्थर से लेकर बड़े पहाड़ जैसा हो सकता है या फिर उससे भी बड़ा। हाल ही में धरती के वातावरण में उल्कापिंड घुसने की घटना सामने आई है जो पृथ्वी में घुसने के बाद टूट भी गया। इस घटना को करीब से देखने वाले लोगों का कहना है कि, उन्हें ऐसा लगा जैसे पृथ्वी का अंत आ गया है।
| Published : Dec 05 2020, 11:57 AM IST
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रात के समय अक्सर हमने देखा है कि आसमान में एक लम्बा सा तारा टूटता हुआ दिखाई देता है। दरअसल, उन्हें उल्का (meteor) और साधारण बोलचाल में 'लूका' कहते हैं। वहीं उल्काओं का जो अंश वायुमंडल में जलने से बचकर पृथ्वी तक पहुंचता है उसे उल्कापिंड कहते हैं।
कई बार पृथ्वी की सतह पर भी उल्कापिंड गिरने की खबर आती है पर इन पिंडों की संख्या काफी कम होती है। हाल ही में धरती के वातावरण में एक उल्कापिंड के घुसने की घटना सामने आई है।
कहा जा रहा है कि पृथ्वी की सतह की घुसने के साथ ही ये पिंड टूट गया। टूटने से कुछ सेकेंड्स बाद एक बेहद तेज रोशनी अमेरिका से लेकर कनाडा तक के कुछ शहरों में देखने को मिली।
अमेरिका के मीटियॉर सोसाइटी की रिपोर्ट की मानें तो, ओंटारियो, न्यूयॉर्क, वॉशिंगटन, मैरीलैंड, वर्जिनिया जैसे कई शहरों के करीब 150 लोगों ने रिपोर्ट कर बताया कि उन्हें एक रोशनी के साथ ही एक तेज आवाज भी सुनाई दी।
कई लोगों ने इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए कहा कि वह काफी डर गए थे और ऐसा महसूस होने लगा था मानो दुनिया का अंत हो गया।
वैज्ञानिक दृष्टि से इसका महत्व बहुत ज्यादा है क्योंकि ऐसी घटना बेहद दुर्लभ होती है। इस घटना के बारे में नासा के उल्कापिंड एन्वॉयरमेंट ऑफिस के हेड ने बताया कि उल्कांपिड 56 हजार मीटर प्रति घंटे की तेजी से घूम रहा था और धरती के वातावरण में घुस गया।
इसके बाद पृथ्वी की सतह से 22 मील पहले अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर के ऊपर टूकड़ों में काफी तेजी से टूट गया। इसके टूटने के बाद बहुत तेज रोशनी दिखाई दी, जिसे सोनिक बूम कहा जाता है।
बता दें कि, जब कोई चीज पृथ्वी के वातावरण में तेज गति से सफर करती है तो एक शॉकवेव पैदा होता है जिसे वैज्ञानिकों की भाषा में सोनिक बूम कहते हैं। फिलहाल इस घटना को लेकर शहरों के लोग काफी डरे हुए हैं।