सार

stress management:आज के दौर में हर दूसरा इंसान तनाव में रहता है। कामकाज और खराब खाने पीने की वजह से लोग इस समस्या से ग्रसित हो रहे हैं। जिसकी वजह से वो कई बीमारियों के शिकार भी हो रहे हैं। तनाव को दूर रखने में कुछ फूड्स हैं जो मदद करते हैं। इन्हें डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
 

हेल्थ डेस्क.आज के वक्त में हर कोई किसी ना किसी समस्या से पीड़ित है और वो तनाव में रह रहा है। तनाव के लिए सिर्फ कामकाज ही नहीं बल्कि खराब खानपान भी जिम्मेदार होते हैं। स्ट्रेस (stress management) से निपटने के लिए कई कदम उठा सकते हैं, जिसमें एक भोजन भी शामिल है। कुछ फूड्स में ऐसी खूबियां होती है जो तनाव को दूर करने में मदद करती है। तो चलिए बताते हैं उन पांच सुपर फूड्स के बारे में जिसे खाने से आपको शांति का अनुभव होगा।

खट्टे फल (Citrus fruits)
संतरा, नींबू, अंगूर, पपीता और आम जैसे कई फल है जो विटामिन सी से भरपूर होते हैं। यह फल प्रकृति के छोटे चमत्कार हैं। इनमें तनाव को दूर करने की क्षमता है।कई अध्ययनों से पता चलता है कि विटामिन सी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हुए तनाव हार्मोन के स्तर को कम कर सकता है।

नट्स 
नट्स में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट,विटामिन बी, फैटी एसिड के साथ जिंक पाया जाता है। जो तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं। कई शोध अध्ययनों में पाया गया है कि जो युवा नट्स खाते हैं वो ज्यादा पॉजिटिव, एनर्जेटिक,होप और एकाग्रता से भरे होते हैं। वो ज्यादा एक्टिविटी करते हैं। शोधकर्ता अखरोट को मेंटल हेल्थ के लिए सबसे ऊपर रखते हैं।

डार्क चॉकलेट 
डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवोनॉयड्स कोर्टिसोल के स्तर को कम करके तनाव को कम कर सकते हैं।यह कैटेक्लोमाइन्स नामक हार्मोन को कम करने में भी मदद करता है। डार्क चॉकलेट में कोको उच्च स्तर पर होता है और फ्लेवोनॉयड्स का लेबल भी ज्यादा होता है। इसमें बड़ी मात्रा में ट्रिप्टोफैन मौजूद होता है जो चिंता को शांत करने के लिए बहुत अच्छा काम करती है। ट्रिप्टोफैन एक एमिनो एसिड है जो सेरोटोनिन को स्रावित करने में मदद करता है।

बीज (Seeds)
अलसी, चिया और सूरजमुखी के बीज भी तनाव को कम करने में मददगार हो सकते हैं।  इसमें ओमेगा 3 और ओमेगा 6 आवश्यक फैटी एसिड की भरपूर मात्रा मिलती है। बीजों में मैग्नीशियम भी होता है, जो अवसाद, थकान और चिड़चिड़ापन को कम करने में मदद करता है। वहीं, सूरजमुखी के बीज में ट्रिप्टोफैन भी होता है जो सेरोटोनिन उत्पादन को ट्रिगर करता है। इन्हें खाने से भावनाओं को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

पत्तेदार साग (Leafy greens)
हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, केल, कोलार्ड ग्रीन्स, शलजम ग्रीन्स और सरसों के ग्रीन्स में मैग्नीशियम और फोलेट होता है।फोलेट एक विटामिन है जो फील-गुड रसायन डोपामाइन और सेरोटोनिन का उत्पादन करने में मदद करता है।शरीर में मैग्नीशियम की कमी से सिरदर्द और थकान हो सकती है जिससे तनाव हो सकता है।मैग्नीशियम और फोलेट का स्टॉक करने और तनाव मुक्त रहने के लिए इन पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें।

और पढ़ें:

विटामिन D की कमी पूरी करने के लिए कितनी देर और किस वक्त धूप में बैठना चाहिए, ये जानना बहुत जरूरी

वजन घटाने के चक्कर में फट गई महिला की किडनी, कहीं आप भी तो नहीं कराती 'स्पेशल मसाज'