सार

खानपान का बहुत बड़ा असर हमारे शरीर में पड़ता है। आज के खानपान के कारण लोगों को कई तरह की बीमारियां हो रही हैं। इन बीमारियों में से एक है कोलोरेक्टल कैंसर (Colorectal Cancer)। इस बीमारी के लक्षण सामान्य होते हैं। 

हेल्थ डेस्क. कैंसर एक गंभीर बीमारी है। आजकल लोगों को कई तरह के कैंसर हो रहे हैं। कोलोरेक्टल कैंसर (Colorectal Cancer) भी उनमें से एक है। आजकल का खान पान भी हमारे शरीर को प्रभावित करता है। खानपान में बिगाड़ के कारण कई तरह के रोग हो सकते हैं। मेडिकल ऑन्कोलॉजी और हेमेटो ऑन्कोलॉजी, फोर्टिस ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल्स, बैंगलोर की निदेशक डॉ नीति रायजादा ने बताया कि कोलोरेक्टल कैंसर सभी आयु वर्ग के वयस्कों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। यह रोग कैंसर का एक रूप है। मार्च को कोलोरेक्टल कैंसर जागरूकता महीने के रूप में मनाया जाता है। ऐसे हम इससे जुड़ी जानकारी आपको बता रहे हैं कि आखिरी कोलोरेक्टल कैंसर क्या होता है और किन बीमारियों के बाद इसका खतरा और अधिक बढ़ जाता है। आइए जानते हैं।

इन कारणों से बढ़ जाता है खतरा
डायबिटीज: डायबिटीज की बीमारी अब सामान्य हो गई है। ज्यादातर घरों में डायबिटीज के पेशेंट मिल जाते हैं। लेकिन इस बीमारी के होने के बाद शरीर में दूसरे रोगों के बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। डायबिटीज के कारण ही कोलोरेक्टल कैंसर बढ़ने का भी खतरा रहता है। अगर किसी पेशेंट को डायबिटीज की शिकायत है तो वो लोग नियमित रूप से जांच करवाते रहें। 

अत्याधिक ड्रिंक: शराब के अधिक सेवन से भी कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। शराब, शरीर को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाती है। ज्यादा शराब पीने से शरीर में कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा भी बढ़ता है। कोलोरेक्टल कैंसर एक गंभीर बीमारी है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि शराब को छोड़ दें। 

रेड मीट खाना: मांसाहार के कारण भी कई तरह की बीमारियां होती हैं। लेकिन रेड मीट खाने से कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। अगर आपको रेड मीट खाने के बाद किसी भी तरह की दिक्कत महसूस होती है तो एक बार आप डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।


क्या हैं लक्षण
कोलोरेक्टल कैंसर का प्रमुख लक्षणों में दस्त, कब्ज, पेट में दर्द, थकान, उल्टी, शरीर का वजन बढ़ना, पेट फूलना, फ्रेश होने पर खून निकलना। जैसे लक्षण बताए जाते हैं। अगर आपको कुछ सामान्य लक्षण नजर आ रहे हैं आप डॉक्टर से संपर्क करें और तुरंत अपना चेकअप करवाएं।