सार
फूड डेस्क: सर्दी के मौसम में गरमा गरम कढ़ी मिल जाए तो इससे शरीर को गर्माहट मिलती है और यह कढ़ी स्वाद में भी लाजवाब होती है। भारत में अलग-अलग राज्यों में कई प्रकार की कढ़ी बनाई जाती है, लेकिन पंजाबी कढ़ी और सिंधी कढ़ी का जवाब नहीं है। पंजाबी कढ़ी जहां गाढ़ी और मलाईदार होती है। तो सिंधी कढ़ी पतली होती है और उसमें ढेर सारी सब्जियों का इस्तेमाल होता है। लेकिन पंजाबी और सिंधी कढ़ी में बेसिक डिफरेंस क्या है, इसे कैसे बनाया जाता है और इसका स्वाद कैसा होता है आइए हम आपको बताते हैं।
पंजाबी और सिंधी कढ़ी में सामग्री का अंतर
सिंधी कढ़ी में बेसन और टमाटर का उपयोग होता है। इसमें दही का उपयोग नहीं किया जाता। यह हल्के खट्टे और मसालेदार स्वाद वाली होती है। खट्टेपन के लिए इसमें इमली डाली जाती है। जबकि पंजाबी कढ़ी में बेसन और दही का बैटर यूज होता है। इसे अधिक खट्टा और गाढ़ा बनाने के लिए खट्टे दही या मट्ठा का उपयोग किया जाता है।
सब्जियों का उपयोग
सिंधी कढ़ी में कई प्रकार की सब्जियां डाली जाती हैं, जैसे भिंडी, अरबी, बैंगन, आलू, गाजर और लौकी को फ्राई करके डाला जाता है। जबकि, पंजाबी कढ़ी में आमतौर पर सब्जियों का उपयोग नहीं किया जाता, बल्कि इसमें बेसन के ही पकोड़े डाले जाते हैं।
स्वाद और टेक्सचर का अंतर
सिंधी कढ़ी पतली होती है और मसालों का स्वाद हल्का होता है। इसमें इमली या अमचूर पाउडर का उपयोग खट्टापन लाने के लिए किया जाता है। वहीं, पंजाबी कढ़ी थोड़ी गाढ़ी होती है और ऊपर से तड़का तैयार करके राई, लाल मिर्च और मसाले डाले जाते हैं।
पंजाबी और सिंधी कढ़ी पकाने का तरीका
सिंधी कढ़ी बनाने के लिए पहले बेसन को सूखा भूनकर पकाएं, फिर सब्जी और पानी डालकर इसका स्वाद बढ़ाएं। वहीं, पंजाबी कढ़ी को बनाने के लिए बेसन और दही को मिलाकर पहले बैटर तैयार करें, फिर तेल में मेथी दाना और हल्दी डालकर दही का मिश्रण डालें और लगातार चलाते हुए धीमी आंच पर उबालकर गाढ़ा करें।
परोसने का तरीका
सिंधी कढ़ी को चावल के साथ या रोटी के साथ परोसा जाता है। जबकि पंजाबी कढ़ी के खासकर चावल के साथ ही खाया जाता है, जिसे "कढ़ी-चावल" के नाम से जाना जाता है।
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