Guava plant for pots: गमले में अमरूद के पौधे पर फूल और फल नहीं आ रहे हैं तो परेशान या हताश होने की बजाय मिट्टी और खाद पर ध्यान देने की जरूरत है। यहां देखें ऐसी काली चीज के बारे में जो प्लांट को हेल्दी बनाने के साथ इसे घना बनाएंगी।

Guava Plant in Pot: सर्दियों में अमरूद खाने का मजा ही और है। इसकी मीठा और खट्टापन अलग से स्वाद देने के साथ कई स्वास्थ्य लाभ देता है। ये फल विटामिन सी से भरपूर होता है। आपने भी गमले में अमरूद का पौधा लगा रखा है लेकिन इसमें फल नहीं आ रहे या पत्तियां झड़ रही हैं तो कहीं न कहीं मिट्टी और खाद मिलाने में गलती हुई है। ऐसे में ये आर्टिकल आपके लिए हैं, जानें ऐसी कौन सी चीज है, जिसे मिट्टी में मिलाने से पौधा खिलखिलाकर उठेगा, इतना ही नहीं साल में दो बार फल भी देगा।

अमरूद उगाने का सही समय क्या है?

वैसे तो ये फसल पर निर्भर करता है, हालांकि मानसून और सर्दियों में अमरूद उगाने का अच्छा समय है। ठंड में बनारसी अमरूद का पौधा अच्छा रहता है, जिसे आप गमले में आराम से उगा सकते हैं।

गमले में अमरूद का पौधा कैसे लगाएं?

12-16 इंच चौड़ा गमले लें। ध्यान रहें कि इसमें पानी की निकासी के लिए छेद हो, अगर पानी जमा होता है तो पौधा खराब हो सकता है। आफ टेराकोटा, प्लास्टिक या फिर सिरेमिक पॉट विकल्प में किसी को भी चुनें।

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अमरूद के पौधे को धूप पसंद हैं या छांव?

अमरूद का पौधा छांव में कभी नहीं रखना चाहिए, ज्यादातर लोग यहीं पर गलती है जिस वजह से पत्तियां झड़ जाती हैं और फल नहीं मिलता। इसे धूप पसंद होती है। आप 6-8 घंटे तक डायरेक्ट सनलाइट के संपर्क में इसे रखें।

अमरूद के पेड़ को कितनी बार पानी देना चाहिए

बहुत कम लोग जानते हैं कि अमरूद का पेड़ में जितना पानी दें, उतना ही अच्छा है। ये पौधा ज्यादा पानी देने के बाद भी खराब नहीं होता है। सुबह और शाम पानी का रूटीन रखें। अगर पानी कम देते हैं तो पत्तियां और फूल झड़ जाएंगे।

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अमरूद के पौधे की देखभाल कैसे करें ?

यदि पहले से अमरूद का पौधा लगाया हुआ है तो समय-समय पर मिट्टी को खोदते रहें और हर 4-6 महीने में फर्टिलाइजर का इस्तेमाल करें। खोदने से मिट्टी भुरभुरी हो जाती है और खाद फिर पौधे तक पहुंच जाता है। पहली बार पौधा लगा रहे हैं तो ये चीजें ध्यान रखें।

नोट- पौधे के लिए रेतीली दोमट मिट्टी लें, इसमें कोकोपीट मिलाएं, ये नमी बनाए रखने के साथ पानी भरने नहीं देता है। साथ में नीम की छाल का इस्तेमाल करें, जो कीटों से बचाव करें।

अमरूद पौधे के लिए खाद

अब बात आती है, सबसे जरूरी चीज खाद की जो पौधे को बढ़ाने और फल देने में मदद करती है। आप साल में दो बार फल चाहते हैं तो पौधे में 5-6 महीने के अंतराल में ह्यमिक एसिड, पोटाश और चाय पत्ती के पानी का इस्तेमाल करें। तीनों चीजें बाजार में आसानी से उपलब्ध है। पानी में ह्यूमिक एसिड+पोटास का घोल तैयार करें। साथ ही चाय पत्ती से खाद करने के लिए इसे एक लीटर पानी में उबालकर ठंडा होने छोड़ दें। अब इसे खाद वाले घोल में मिलाकर मिट्टी पर छिड़काव करें। ऐसा करने से पत्ती और फूल अच्छे से आते हैं।

टिप- चाहते हैं कि पौधा घना दिखे, तो समय-समय पर पौधे के नई पत्तियों को पिंच करते रहें। इससे पौधे में नई पत्तियां आती हैं और ये घना लगता है।