Root Vegetables: अगर आप घर पर ताजी, केमिकल-फ्री सब्जियां उगाना चाहते हैं, तो जड़ वाली सब्जियां सबसे आसान ऑप्शन हैं। गाजर, मूली, चुकंदर, शलजम और शकरकंद जैसी सब्जियां छोटी सी जगह में भी आसानी से उगाई जा सकती हैं।

kitchen Garden Root Vegetables:आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में लोग हेल्दी और शुद्ध खाने की अहमियत समझ रहे हैं। ऐसे में किचन गार्डन एक बेहतरीन ऑप्शन बनकर उभरा है। छत, बालकनी या आंगन में उगाई गई सब्जियां न सिर्फ ताजी होती हैं, बल्कि केमिकल और पेस्टिसाइड से भी फ्री होती हैं। खासकर, जड़ वाली सब्जियों को किचन गार्डन में उगाना सबसे आसान माना जाता है क्योंकि उन्हें कम जगह, कम देखभाल और साधारण मिट्टी की जरूरत होती है। थोड़ी सी मेहनत और सही जानकारी से आप घर पर ही पौष्टिक सब्जियों की अच्छी पैदावार पा सकते हैं।

गाजर

गाजर एक पॉपुलर और पोषक तत्वों से भरपूर जड़ वाली सब्जी है। इसे हल्की, ढीली और गहरी मिट्टी की जरूरत होती है ताकि जड़ें आसानी से बढ़ सकें। बीज सीधे मिट्टी में बोए जाते हैं, और रेगुलर पानी देना ज़रूरी है। गाजर को रोज 4 से 6 घंटे धूप की ज़रूरत होती है। सही देखभाल से गाजर 70 से 80 दिनों में पूरी तरह तैयार हो जाती है और इसका स्वाद बहुत मीठा होता है।

मूली

मूली सबसे तेजी से बढ़ने वाली जड़ वाली सब्जियों में से एक है। इसे आसानी से गमलों, ग्रो बैग या गार्डन बेड में उगाया जा सकता है। मूली को बहुत गहरी मिट्टी की जरूरत नहीं होती, लेकिन मिट्टी ढीली होनी चाहिए। बीज बोने के बाद हल्का पानी दें और पानी जमा न होने दें। मूली सिर्फ 25 से 30 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है, जिससे यह नए गार्डनर के लिए एक आइडियल सब्जी है।

चुकंदर

चुकंदर न सिर्फ स्वादिष्ट होता है बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद माना जाता है। चुकंदर उगाने के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी जरूरी है। बीज बोने के बाद रेगुलर पानी दें और मिट्टी को सूखने न दें। चुकंदर को मीडियम धूप की जरूरत होती है। चुकंदर लगभग 50 से 60 दिनों में तैयार हो जाता है। इसकी पत्तियों का इस्तेमाल साग के तौर पर या दूसरी डिश में भी किया जा सकता है। 

शलजम

शलजम ठंडे मौसम की जड़ वाली सब्जी है जो छोटी जगहों पर भी अच्छी पैदावार देती है। इसे बीज से उगाया जाता है, और मिट्टी को समय-समय पर ढीला करने की जरूरत होती है। शलजम को ज़्यादा पानी की जरूरत नहीं होती, लेकिन मिट्टी में नमी बनी रहनी चाहिए। शलजम 40 से 50 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाता है और इसे कई तरह की डिश में इस्तेमाल किया जा सकता है।

शकरकंद

शकरकंद एक बेल वाली जड़ वाली सब्जी है और इसे बीज के बजाय कंद या कटिंग से लगाया जाता है। इन्हें थोड़ी गहरी और उपजाऊ मिट्टी की जरूरत होती है। शकरकंद को भरपूर धूप और नियमित पानी की जरूरत होती है। ये लगभग 90 से 100 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाते हैं और इन्हें लंबे समय तक स्टोर करके रखा जा सकता है।

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जड़ वाली सब्जियों के पौधों की देखभाल कैसे करें

अपने किचन गार्डन में जड़ वाली सब्जियां उगाना आसान है, लेकिन सही देखभाल बहुत जरूरी है। शुरू से ही सही देखभाल करने से आपको अच्छी, स्वादिष्ट और सेहतमंद फसल मिलेगी।

  • जड़ वाली सब्जियों के लिए ढीली, अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी जरूरी है। भारी या सख्त मिट्टी में जड़ें ठीक से नहीं बढ़ पातीं। गोबर की खाद, वर्मीकम्पोस्ट या घर पर बनी ऑर्गेनिक खाद मिलाएं।
  • इन पौधों को न तो बहुत ज़्यादा और न ही बहुत कम पानी चाहिए। मिट्टी हमेशा थोड़ी नम रहनी चाहिए। ज्यादा पानी से जड़ों में सड़न हो सकती है। गर्मियों में सुबह या शाम को और सर्दियों में हर 2-3 दिन में पानी दें।
  • जड़ वाली सब्जियों को रोज़ाना कम से कम 4-6 घंटे धूप चाहिए। पौधों को ऐसी जगह रखें जहाँ सीधी धूप आती ​​हो। गमलों या ग्रो बैग में पौधों के बीच सही दूरी बनाए रखें।
  • हर 15-20 दिन में वर्मीकम्पोस्ट, सरसों की खली या गोबर की खाद डालें। इससे मिट्टी उपजाऊ रहती है और सब्जियां अच्छे से बढ़ती हैं। केमिकल खाद का इस्तेमाल न करें।
  • खरपतवारों को नियमित रूप से हटाते रहें, क्योंकि वे पौधों के साथ पोषक तत्वों के लिए मुकाबला करते हैं। हल्की जुताई से मिट्टी में हवा आती है और जड़ें मजबूत होती हैं।
  • हर 7-10 दिन में एक बार नीम के तेल का स्प्रे करें। इससे कीट दूर रहते हैं। अगर पत्तियों पर धब्बे या कीड़े दिखें, तो तुरंत प्रभावित हिस्सों को हटा दें।
  • सब्जियों को ज्यादा देर तक मिट्टी में न छोड़ें। सही समय पर कटाई करने से स्वाद और पौष्टिक मूल्य बेहतर होता है।

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