वीडियो डेस्क। कोरोना काल में सेहतमंद रहना किसी चुनौती से कम नहीं है। इस वायरस से शरीर के सभी अंग प्रभावित होते हैं। खासकर फेफड़े अधिक प्रभावित होते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना वायरस के डबल म्युटेंट वैरिएंट के चलते संक्रमितों को सांस संबंधी तकलीफों का सामना करना पड़ता है। खराब जीवनशैली, खान-पान, दिनचर्या में कुछ बदलाव के कारण आज लोगों में कई बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। उनमें सबसे ज्यादा सांस रोग का खतरा बना होता है। सांस की बीमारी (श्वसन रोग) से बचने के लिए फेफड़ों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना उचित है। फेफड़े के कैंसर, अस्थमा, और सीओपीडी जैसी गंभीर बीमारियों से बचना मुश्किल है। कोरोना के कारण फेफड़े बुरी तरह खराब हो रहे हैं ऐसे में हमने मध्य प्रदेश के अग्रवाल हॉस्पिटल के एमडी डॉक्टर पीएन अग्रवाल से जाना क्यों फेफड़ों पर कोरोना अटैक कर रहे हैं। देखिए वीडियो
सांस संबंधी रोगों की रोकथाम के लिए रखें इन बातों का खास ध्यान
श्वसन विकार के लक्षणों के बारे में पता करें व डॉक्टर से परामर्श कर दवाई लें। श्वास की जांच के लिए एक पीक फ्लो मीटर भी रखें।धूम्रपान, धूल, जानवरों के फर, ठंडी हवा, फ्लू और हर उस चीज़ से बचें जो अस्थमा को ट्रिगर करती हो।सही वजन, रोजाना व्यायाम और योग आसन भी आपको सांस संबंधी रोगों से बचाते हैं।एयर प्यूरीफायर, इनहेलर्स, नाक स्प्रे और मास्क का उपयोग करें। ये आपको धूल , जर्म्ज़ और पोल्यूशन से होंने वाली सांस की बीमारियों से दूर करेगा।भोजन से पहले और बाद में हाथों को अच्छी तरह से धोएं। खांसते और छींकते समय मुंह और नाक को ढक कर रखें ताकि इसके कीटाणु न फैले।सब्जियों, फलों, नट्स, डेयरी और पोल्ट्री सहित स्वस्थ आहार पर खाएं।