सार

इन दिनों लोगों को मेंटल और फिजिकल दिक्कतें ज्यादा होने लगी है। काम के प्रेशर और सेहत को नजरअंदाज करना इसकी वजह बनती जा रही है। हेल्थ के प्रति लोगों के अंदर जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल 7 अप्रैल को वर्ल्ड हेल्थ डे मनाया जाता है।

हेल्थ डेस्क. आज के दौर में लाइफस्टाइल में तेजी से बदलाव हो रहे हैं। लोग काम पर ज्यादा और खुद पर कम फोकस कर रहे हैं। जिसकी वजह से मेंटल और फिजिकल हेल्थ प्रभावित हो रही है।एक अच्छी लाइफ के लिए हेल्थ यानी सेहत बहुत जरूरी होता है। इसलिए अपनी बॉडी को मंदिर मनाकर इसकी पूजा करनी चाहिए। 7 अप्रैल को पूरी दुनिया में सेहत के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए वर्ल्ड हेल्थ डे (World health Day 2024) मनाया जाता है।

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) हर साल शरीर से जुड़े किसी एक खास मुद्दे के प्रति जागरूकता फैलाने और दुनिया भर के लोगों को प्रभावित करने वाले स्वास्थ्य मुद्दों के समाधान के लिए यह दिन मनाया जाता है। वर्तमान में कई तरह की बीमारी के अलाव लोगों की मेंटल हेल्थ भी चिंता विषय बना हुआ है। एंग्जायटी, डिप्रेशन जैसी दिक्कतों का लोग सामना कर रहे हैं। हम आपको यहां पर एंग्जायटी से कैसे निपटे इसके बारे में 6 टिप्स बताएंगे।

1.रिलैक्सेशन और फिजिकल एक्टिविटी करें

अपनी डेली रुटीन में रिलैक्सेशन और फिजिकल एक्टिविटी को शामिल करें। गहरी सांस लेने का एक्सरसाइज करें। मेडीटेशन करें। नेचर को निहारे। उसे अपने अंदर उतारने की कोशिश करें। इससे मन को शांत करने में मदद मिलेगी।

2. 30 मिनट का एक्सरसाइज करें

एक्सरसाइज नेचुरल मूड लिफ्टर एंडोर्फिन को रिलीज करता है। जिसेस चिंता और तनाव को कम करने में मदद मिल सकती है। पैदल चलना, जॉगिंग, योग या डांस जैसी चीजें करके खुद को शांत कर सकते हैं।

3.हेल्दी लाइफस्टाइल

संतुलित डाइट, अच्छी नींद और ज्यादा कैफीन और शराब से परहेज करने से पूरे हेल्थ को फायदा पहुंचता है। चिंत का यह कम कर सकता है। फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और दुबले प्रोटीन से भरपूर पौष्टिक भोजन का लक्ष्य रखें और हर रात 7-9 घंटे की गुणवत्तापूर्ण नींद लेने को तव्वजों दें।

4. ट्रिगर्स को पहचाने

उन ट्रिगर्स की पहचान करें जो आपकी चिंता को बढ़ाते हैं और जब संभव हो तो उनके संपर्क में आने को सीमित करने का प्रयास करें। इसमें तनाव पैदा करने वाले लोगों या स्थितियों के साथ सीमाएं तय करना, काम के बोझ को मैनेज करना, बेचैनी महसूस होने पर ब्रेक लेना शामिल हो सकता है।

5.दोस्त-फैमिली की लें मदद

आप घबराहट के दौरान अपनी फैमिली और दोस्तों के बीच चले जाइए। उनसे बात कीजिए। जिस शख्स पर आपको भरोसा है उससे बात करके चिंता कम करने में मदद मिल सकती है। थेरेपी या फिर प्रोफेशनल से मिलकर एंग्जायटी से डील करना सीखें।

6.नकारात्मक विचारों को दूर रखें

एंग्जायटी मैनेज करने के लिए निगेटिव विचारों से दूरी बनाना जरूरी है। नकारात्मक विचार भी घबराहट की वजह बन सकती है। इसलिए चुनौती देते हुए पॉजिटिव विचार पर फोकस करें।

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