कोरोना वायरस की महामारी के चलते पूरे देश में लॉकडाउन बढ़ा कर 3 मई तक कर दिया गया है। इस दौरान काफी लोग चिंता और तनाव की समस्या से जूझ रहे हैं। लॉकडाउन सिर्फ भारत ही नहीं, दुनिया के कई देशों में लगाया गया है।
कोरोना वायरस के फैलने के चलते पूरे देश में लॉकडाउन है। हालांकि, बच्चों के स्कूल काफी पहले ही बंद हो गए थे और उनकी परीक्षाएं भी स्थगित हो गई थीं। इस दौरान घर में ही बच्चों की पढ़ाई-लिखाई पर ध्यान देना जरूरी है।
लंबे समय से लॉकडाउन में रहने की वजह से हर आदमी परेशान है। सबके मन में कोरोना को लेकर एक अनजाना डर बना हुआ है। इससे नेगेटिविटी बढ़ती है और घर के माहौल पर भी इसका खराब पड़ता है।
कोरोना वायरस की बीमारी फैलने की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन लगा हुआ है। इसमें ज्यादातर लोग चिंता, तनाव और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याओं से जूझ रहे हैं।
कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिए जाने से काफी लोग जो अकेले रहते हैं, ऑनलाइन फूड आइटम्स मंगवा रहे हैं। इस दौरान कुछ सावधानी बरतना जरूरी है।
क्या आप भी डर, तनाव, अवसाद और अनिद्रा से जूझ रहे हैं।21 दिन के लॉकडाउन ने लोगों को घरों में कैद कर दिया हैजिंदगी की चलती पटरी पर अचानक लगे इस ब्रेक
कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। लॉकडाउन लगे रहने से बुजुर्ग लोगों को भी हमेशा घर में बंद रहना पड़ रहा है। पहले वे पार्कों में कम से कम सुबह-शाम सैर कर लिया करते थे।
जैसे-जैसे कोरोना की महामारी बढ़ रही है, बच्चों के मन पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है। लगातार घर में बंद रहने से भी उनके दिलो-दिमाग पर बहुत नेगेटिव असर पड़ रहा है। बच्चों के मन से कोरोना का डर निकालना बहुत जरूरी है।