डिमेंशिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति की याद्दाश्त पर असर पड़ता है। यह बीमारी आम तौर अधिक उम्र के लोगों को होती है। कुछ खास चीजों को भोजन में शामिल करने से इस बीमारी से बचाव होता है।
किसी फिल्म का बहुत ही मशहूर गीत है - जब दिल ही टूट गया तो जी कर क्या करें...। इस गीत में सच्चाई सामने आई है। वाकई, जिन लोगों के दिल टूट जाते हैं, उन्हें बहुत भावनात्मक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
कच्चे केले की सब्जी बेहद स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है। साथ ही कच्चे केले के छिलके के उबाल कर उसकी चटनी भी लहसुन मिला कर बनाई जाती है, जिसका जायका बहुत बढ़िया होता है। वहीं, कच्चे केले की पूरी भी बेहद स्वादिष्ट होती है।
आजकल पेट के कैंसर के मामले काफी सामने आ रहे हैं। खानपान की गड़बड़ी से ही यह समस्या पैदा होती है। आजकल अनाज के साथ ही सब्जियों और फलों तक में उत्पादन में केमिकल्स का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसका स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर होता है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि सरकार 2025 तक क्षय रोग (टीबी) के उन्मूलन के लिए एक अभियान शुरू करेगी।
अलग-अलग तरह की सुगंध से अक्सर मन-मस्तिष्क भी खिल उठ सकता है और एक नई ताजगी का अहसास होता है। ऐसे ही गुलाब की सुगंध वाली अगरबत्तियों से याददाश्त और साथ ही नींद के दौरान सीखने की क्षमता बेहतर हो सकती है।
रिलेशनशिप में पार्टनर द्वारा धोखा दिए जाने की समस्या आम है। ऐसा नहीं कि सिर्फ पुरुष ही इस मामले में दोषी होते हैं, कई महिलाएं भी बेवफाई करने से बाज नहीं आतीं।
खान-पान की गड़बड़ी से कई बार पेट में गैस बनने लगती है। ऐसा एसिडिटी की वजह से होता है। ज्यादा गैस बनने पर छाती में जलन और वोमिटिंग की समस्या भी हो सकती है।
सूजी, मैदा, गाजर और गेहूं के आटे का हलवा तो आपने जरूर खाया होगा, एक बार मूंग दाल का केसरिया हलवा बना कर देखें। इसका स्वाद लाजवाब होता है।
भारतीय परंपरा में पति-पत्नी का रिश्ता जन्म-जन्मांतरों का माना जाता है, लेकिन यह भी सच है कि ज्यादातर पति अपनी पत्नियों की उपेक्षा भी करते हैं। एक पत्नी की अपने पति से जो उम्मीदें होती हैं, उन्हें वह ठीक से पूरा नहीं कर पाते।