भारत में खाना बिना मीठे के अधूरा माना जाता है। लेकिन कई लोग डायबिटीज के कारण तो कुछ लोग हाई कैलोरी के कारण मीठा खाना अवॉयड करते हैं। लेकिन मीठे में खीर की अपनी जगह है। कई सालों से घर आए मेहमानों को खीर खिलाने की परंपरा चली आ रही है।
क्या आप भी समोसा प्रेमी है? क्या क्रिस्पी गरम-गरम समोसे आपकी कमजोरी है? लेकिन फ्राइड होने के कारण आप उसे अवॉयड कर रहे हैं। तो आज हम आपको इन टेस्टी समोसों को बनाने की वो विधि बताने जा रहे हैं, जिसमें बिना तले ही इन्हें तैयार किया जा सकता है।
आंखों में जब कम दिखने लगे और ज्यादा उम्र के लोगों की आंखों की रोशनी कम होने लगे तो अक्सर लोग उसे मोतियाबिंद मान लेते हैं लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है।
आज ज्यादातर लोग पेट में गैस बनने की समस्या से परेशान रहते हैं। गलत खान-पान और आज की व्यस्त जीवनशैली इसकी बड़ी वजह है। गैस की समस्या बढ़ जाने पर बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है।
सेक्शुअल वायलेंस की शिकार महिलाएं रिलेशनशिप में सहज नहीं हो पातीं। अक्सर पुरानी यादें उन्हें परेशान करती रहती हैं। एक स्टडी में इसका खुलासा हुआ है।
बरसात के मौसम और उसके बाद डेंगू के साथ चिकनगुनिया का प्रकोप भी होता है। यह भी एक तरह की वायरल बीमारी है जो मच्छरों के काटने से होती है।
आज के समय में ज्यादातर लोग तरह-तरह की चिंताओं में डूबे होते हैं। इसका लव लाइफ पर बहुत बुरा असर होता है। कई बार एंग्जाइटी के चलते रिलेशनशिप खत्म होने की नौबत तक आ जाती है।
स्टडी से पता चला है कि दिन में झपकी लेने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम होता है।
आंखों में जब कम दिखने लगे और ज्यादा उम्र के लोगों की आंखों की रोशनी कम होने लगे तो अक्सर लोग उसे मोतियाबिंद मान लेते हैं लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। आंखों में कई तरह की बीमारियां होती है। ऐसे ही एक बुजुर्ग मरीज की कहानी नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. विनीता रामनानी ने बताई जिन्होंने कम दिखने के बाद मोतियाबिंद का ऑपरेशन भी करा लिया था लेकिन उन्हें ये बीमारी थी ही नहीं। उन्हें ग्लॉकोमा काला मोतिया था।
बहुत से लोग रिलेशनशिप में होते हुए छोटी-छोटी बातों पर ब्रेकअप करने को तैयार हो जाते हैं। इसका असर ठीक नहीं होता। इससे बचने की कोशिश करनी चाहिए।