देखा गया है कि मैरिज रिलेशनशिप हो या अभी शादी नहीं हुई हो, संबंधों में महिलाओं को ज्यादा तनाव और परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं, पुरुष कई बातों को लेकर असंवेदनशील और बेपरवाह बने रहते हैं।
कपल्स के सामने ऐसे कई मुद्दे आते हैं, जो उनके बीच तनाव और वाद-विवाद की वजह बनते हैं। ऐसा अक्सर सबके साथ होता है। रिसर्चर्स ने यह पता लगाने की कोशिश की है कि खुशी भरी जिंदगी बिताने वाले कपल कैसे अपनी समस्याएं सुलझाते हैं और अलग-अलग एज ग्रुप के कपल्स के सामने किस तरह की समस्याएं ज्यादा आती हैं।
एक रिसर्च से पता चला है कि अगर पार्टनर्स के बीच रिलेशन अच्छे हों तो इससे करियर में सफलता मिलती है। वहीं, अगर संबंधों में तनाव के साथ अलगाव का डर बना रहता है तो इससे करियर पर बुरा असर पड़ता है।
कई बार शौक या मौज-मस्ती के मूड में पार्टनर एक-दूसरे के कपड़े पहन लेते हैं, लेकिन हाल में हुए एक रिसर्च से पता चला है कि लड़कियां जब अपने पार्टनर के कपड़े पहनती हैं तो उनमें स्ट्रेस लेवल कम हो जाता है। ऐसा करने पर उन्हें चिंता और तनाव जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
कई बार बेहद खुशहाल वैवाहिक जीवन में भी कुछ बातों के चलते परेशानियां आने लगती हैं और लगता है रिश्ते में जहर घुल गया है। किसी भी रिश्ते में वाद-विवाद, लड़ाई-झगड़े होना बड़ी बात नहीं है। सवाल यह है कि किन बातों की वजह से पति-पत्नी के बीच संबंध ज्यादा खराब होने की संभावना होती है।
अक्सर देखा गया है कि शादीशुदा मर्द दूसरी औरतों की तरफ अट्रैक्ट होने लगते हैं और कई बार उनके बीच एक्स्ट्रा मैरिटल रिलेशनशिप भी बन जाते हैं। इससे कई लोगों की शादीशुदा जिंदगी तबाह हो जाती है।
कई बार कुछ पार्टनर रिलेशनशिप में इमोशनल अत्याचार पर उतारू हो जाते हैं। किसी भी संबंध का आधार भावनाएं ही होती हैं। अगर किसी की भावनाओं पर चोट पहुंचाई जाएगी तो ऐसे में संबंध ज्यादा समय तक नहीं चल पाते।
समय बीतने के साथ पार्टनर्स के बीच पहले जैसा उत्साह नहीं रह जाता। वे बोर होने लगते हैं और एक-दूसरे में ज्यादा इंटरेस्ट नहीं दिखाते। कुछ बातों से इसे आसानी से समझा जा सकता है।
आम तौर पर 25 से 30 साल की उम्र में लोग शादी कर लेते हैं। पहले लड़कियों की शादी 18-20 की उम्र तक हो जाया करती थी और लड़के भी 22 से 25 साल की उम्र के बीच शादी कर लेते थे। लेकिन अब लड़के 35-40 की उम्र में शादी करने लगे हैं। इसे लेकर एक रिसर्च स्टडी भी हुई है।
ऐसे पार्टनर्स की संख्या कम नहीं है जो एक-दूसरे से सैटिस्फाइड नहीं होते, बावजूद किसी न किसी वजह से वे रिश्ते को ढोते रहते हैं। आम तौर पर पाया गया है कि पार्टनर्स सेक्स के मामले में असंतुष्ट रहते हैं।