सार
भोपाल (Bhopal) में कांग्रेस दफ्तर (Congress Office) में गुरुवार सुबह से एनएसयूआई (NSUI) के कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया था। दोपहर में एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को मुख्यमंत्री निवास (CM Residence) का घेराव करने जाना था। इसी बीच, पुलिस ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के चारों तरफ बैरिकेड की दीवार खड़ी कर दी। कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस ने भी लाठीचार्ज कर खदेड़ना शुरू कर दिया। इसमें NSUI के प्रदेश सचिव अभिमन्यु तिवारी समेत कई कार्यकर्ता घायल हो गए।
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में बेरोजगारी और बढ़ती फीस के खिलाफ प्रदर्शन में बवाल हो गया है। एनएसयूआई (NSUI) के कार्यकर्ता कांग्रेस दफ्तर में एकत्रित हुए थे और दोपहर में सीएम निवास (CM Residence) का घेराव करने की तैयारी में थे। लेकिन, पुलिस ने आगे बढ़ने से पहले ही रोक दिया। इस पर पथराव शुरू हो गया। पुलिस ने भी मोर्चा संभाला और लाठीचार्ज कर दिया। इसमें कई कार्यकर्ता जख्मी हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
दरअसल, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने आदिवासी छात्रों की स्कॉलरशिप जारी करने और रोजगार देने की मांग के साथ शिक्षा बचाओ-देश बचाओ अभियान के तहत भोपाल में मुख्यमंत्री आवास के घेराव का कार्यक्रम आयोजित किया था। गुरुवार सुबह से प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से लिंक रोड पर NSUI कार्यकर्ता रैली के तौर पर सीएम आवास तक जा रहे थे। इस बीच, रेडक्रॉस हॉस्पिटल चौराहे पर पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेडिंग कर रखी थी। वहां भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा। अचानक NSUI कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए। उन्होंने बैरिकेडिंग तोड़ दी। पुलिस पर पथराव भी किया। इसके जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर वाहनों में बिठा लिया। इससे भगदड़ मच गई। NSUI के प्रदेश सचिव अभिमन्यु तिवारी बेहोश हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
कमलनाथ बोले- शिवराज के इशारे पर हुआ लाठीचार्ज
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हजारों छात्रों पर शिवराज सरकार के इशारे पर पुलिस ने बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया है। उन्हें गिरफ्तार किया गया। इस लाठीचार्ज में कई छात्र और NSUI के पदाधिकारी घायल हुए हैं। सरकार छात्रों को रोजगार तो दे नहीं रही, उनकी मांग भी मान नहीं रही। उन पर बर्बर तरीक से लाठियां जरूर बरसा रही है। यह सरकार का तानाशाही रवैया है। NSUI के कार्यकर्ता और छात्र ऐसे किसी दमन के आगे झुकने वाले नहीं है। छात्र हित में उनका संघर्ष जारी रहेगा। सुबह सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व कैबिनेट मंत्री पीसी शर्मा, कुणाल चौधरी, एनएसयूआई के पदाधिकारी और कई जिलों के कार्यकर्ता एकत्रित हुए थे।
छात्र शक्ति से प्रदेश में सरकार आएगी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि बैनर, झंडे, पेास्टर और नारे लगाने से कुछ नहीं होगा। हमें अपने शक्ति से कांग्रेस संगठन को मजबूत बनाना है। हर कॉलेज में एनएसयूआई की इकाई होनी चाहिए। अगर ऐसा ही जोश बरकरार रहा तो मध्य प्रदेश में कांग्रेस का शासन आने से कोई नहीं रोक सकेगा।
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